By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 04, 2018
नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने नवनिर्वाचित सदस्यों से ‘राजनीति बाहर छोड़ने’ और सदन के भीतर जनकल्याण पर ध्यान देने को कहा। नायडू ने यहां राज्यसभा के नये सदस्यों के लिए दो दिन के ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया और करीब एक घंटे तक संसद के कामकाज के अलग-अलग पहलुओं पर उनसे बात की।
उन्होंने साथ ही सभी सदस्यों से राज्यसभा और संसद का सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने और बहस की गुणवत्ता बेहतर करने की अपील की। नायडू ने कहा, ‘मेरा अनुशासन और नियम बनाए रखने में गहरा विश्वास है। नियमों का उल्लंघन किए जाने और सदन को बाधित किए जाने पर मैं भावुक हो जाता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘भीड़तंत्र को विचारशील संसदीय लोकतंत्र को पटरी से उतारने की मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए। सांसदों के एक समूह का अध्यक्ष के आसन के पास पहंचना और कार्यवाही को बाधित करने से लोकतंत्र प्रभावित होता है। हम बहुमत में हों या अल्पमत हों, हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। हमें जनमत का सम्मान करना चाहिए।’ ओरिएंटेशन कार्यक्रम के पहले दिन 40 से ज्यादा सांसद मौजूद थे।