By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 10, 2018
नयी दिल्ली। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज कहा कि दिल्ली सरकार और केन्द्र के बीच सत्ता संघर्ष पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को ‘चुनिंदा तरीके से स्वीकार करने का’ आरोप ‘गलत’ है और उनके बयान का ‘‘चुनिंदा’’ तरीके से हवाला दिया गया। बैजल ने यह प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस आरोप पर दी है कि उपराज्यपाल शीर्ष अदालत के फैसले को स्वीकार करने में ‘‘चुनिंदा’’ रवैया अपना रहे हैं।
केजरीवाल ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में कहा था, ‘‘आप इस निर्णय को लेकर चयनात्मक कैसे हो सकते हैं। इस मामले में आपको अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए कि या तो आप सभी मामले को किसी नियमित पीठ के समक्ष रखेंगे , और इसलिए आप आदेश का कोई हिस्सा स्वीकार नहीं करेंगे। या आपको इस निर्णय को पूरा स्वीकार करना चाहिए और इसे लागू करना चाहिए।’’
केजरीवाल ने पत्र में कहा, ‘‘आप कैसे कह सकते हैं कि आप आदेश का यह पैरा स्वीकार करेंगे , लेकिन उसी आदेश का वह पैरा नहीं स्वीकार करेंगे।’’ बैजल ने मुख्यमंत्री पर मीडिया को अपना पत्र लीक करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने केजरीवाल को जवाब दिया, ‘‘आपका पत्र मेरे कार्यालय में पहुंचने से पहले यह सोशल और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पास पहुंच चुका है।’’
उपराज्यपाल कार्यालय के बयान के अनुसार, बैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने छह जुलाई के उनके पत्र का ‘‘ चुनिंदा तरीके से हवाला ’’ दिया और उच्चतम न्यायालय के चार जुलाई के फैसले को चयनित तरीके से स्वीकार करने का उनका आरोप ‘‘गलत’’ है।