नागरिकता कानून को NRC के साथ जोड़कर देखना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण: राजीव कुमार

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 17, 2019

नयी दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के साथ जोड़ने को ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और कहा कि इसका लक्ष्य लोगों के मन में डर पैदा करना है। संशोधित नागरिकता कानून उन हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनों, पारसियों और ईसाइयों को नागरिकता प्रदान करेगा जो धार्मिक उत्पीड़न के चलते पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 तक भारत में आ गये।

इसे भी पढ़ें: चिटफंड मामला: कोर्ट का राजीव कुमार को नोटिस, CBI ने अंतरिम जमानत को दी है चुनौती

कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग जानबूझकर और संगठित तरीके से सीएए और एनआरसी को आपस में जोड़कर पेश करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा लोगों के बीच भय पैदा करने के लिए किया जा रहा है। इसे तत्काल रोकने की जरूरत है।’’ दो दिसंबर को झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान गृहमंत्री ने कहा था कि उन्होंने देश में एनआरसी को लागू करने की समयसीमा 2024 तय की है और हर घुसपैठिये की पहचान की जाएगी और उन्हें अगले चुनाव से पहले वापस भेजा जाएगा। विवादास्पद नागरिकता कानून से कई शहरों में प्रदर्शन भड़क उठे हैं। प्रदर्शनकारी इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

प्रमुख खबरें

संविधान और हमारी-आपकी जान के पीछे पड़े हैं भाजपा के लोग : Akhilesh Yadav

CUET 2024 Datesheet: सिर्फ 7 दिनों में पूरा होगा सीयूईटी एग्जाम 2024, यहां देखें परीक्षा का पूरा शेड्यूल

Vande Bharat Train के बाद सामने आई Vande Bharat Metro, जानें क्या है इसकी खासियत

वोट बैंक खिसकने के डर से अयोध्या नहीं गए राहुल, प्रियंका और अखिलेश, UP में Amit Shah का बड़ा आरोप