बिहार में सीटों की पेशकश से लोजपा नाखुश, कर रही अगले कदमों पर विचार

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 29, 2020

नयी दिल्ली।  केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी इस बात पर विचार-विमर्श कर रही है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पेशकश को स्वीकार किया जाए या फिर 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की अपनी योजना पर आगे बढ़ा जाए। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि पार्टी कुछ ही दिनों में इस संबंध में फैसला ले सकती है। तीन चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण के लिये नामांकन की प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। राजग के तीन साझेदार दलों जदयू, भाजपा और लोजपा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। वैसे सूत्रों का कहना है कि लोजपा को लगभग 27 सीटों की पेशकश की गई है। 

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साल 2015 में हुए पिछले चुनाव में लोजपा ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से दो सीटों पर उसे जीत मिली थी। उस समय जदयू महागठबंधन की साझेदार थी, जिसने राजग को बुरी तरह हरा दिया था। सूत्रों ने कहा कि लोजपा नेता इस बात से नाराज हैं कि पार्टी जिन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है, उन सीटों की पेशकश उसे नहीं की गई है। लोजपा ने उन खबरों को भी खारिज किया कि उसके छह लोकसभा सांसदों में से कुछ सांसद विधानसभा चुनाव में पार्टी के राजग से बाहर आने के खिलाफ हैं। पार्टी ने वैशाली से सांसद वीना देवी का वीडियो संदेश भी जारी किया, जिसमें उन्होंने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का समर्थन किया है। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान भाजपा नेतृत्व की प्रशंसा कर संकेत दे रहे हैं कि अगर उनकी पार्टी जदयू के कोटे में जाने वाली सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला करती भी है तो भी भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। 

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सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने भी राज्य की विधान परिषद में लोजपा को कुछ सीटों की पेशकश की है। पार्टी के संरक्षण तथा चिराग के पिता राम विलास पासवान के अस्पताल में भर्ती होने के चलते पार्टी के लिये गठबंधन साझेदारों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर स्वीकार्य समझौता करना अधिक मुश्किल हो गया है। चिराग ने मंगलवार को दिल्ली के एक मंदिर जाकर अपने पिता के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। भाजपा चाहती है कि राजग अटूट रहे और इसके तीनों साझेदार मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ें। लोजपा के साथ जदयूके संबंध अच्छे नहीं कहे जा सकते। वह लोजपा के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समझौता करने से भी इनकार कर चुका है। जदयू ने कहा है कि लोजपा का गठबंधन भाजपा के साथ है, न कि उसके साथ। बिहार में तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण के लिये 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिये तीन नवंबर और तीसरे चरण के लिये सात नवंबर को मतदान होगा। 10 नवंबर को मतगणना होगी।

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