By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 02, 2016
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भाजपा पर अपने तीनों घटक दलों लोजपा, हम सेक्युलर और रालोसपा को विश्वास में नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार और देश के अन्य भागों में अपना राजनीतिक एजेंडा तय करने के लिए ये तीन दल एक साथ आ सकते हैं। मांझी ने इन तीनों दलों के बीच मर्जर को लेकर कोई बात होने से इनकार करते हुए शुक्रवार को कहा कि इनके बीच जनहित में कार्य करने को लेकर सहमति बनी है। भाजपा ने हमें तवज्जो नहीं दी तो हम लोग एक झंडे, एक बैनर के नीचे भी आ सकते हैं। इससे राजग को ही फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि ये तीनों दल बिहार में कथित बिगड़ती विधि व्यवस्था और बढ़ते अपराध को लेकर राज्य सरकार का विरोध करेंगे। मांझी ने कहा कि इन तीनों दलों के बीच सहमति बन जाने पर लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुश्वाहा अथवा वे स्वयं कोई भी इसका नेतृत्व कर सकते हैं। भाजपा को बड़ा भाई मानते हैं पर हमें वो तवज्जो नहीं दे रहे हैं। यह उनकी नादानी है। अलग-अलग खिचड़ी पक रही है।
उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम में हम लोग आपस में एक-दूसरे की मदद करेंगे। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार फिर से सत्ता में न आ सके इसके लिए हम प्रयास करेंगे तथा मायावती जी की पार्टी से बात हुई है। मांझी के इस बयान पर बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि वे तीन से एक हो जाएंगे। इससे उनसे बात करने में आसानी होगी पर साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे साथ मिलकर आपसी मतभेद को दूर करने की कोशिश करेंगे।