By अंकित सिंह | Jun 01, 2023
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार सक्रिय रहती हैं। कई बार उन्हें लोगों के बीच आराम से देखा जा सकता है। आज वह एक बार फिर से आम लोगों की तरह कोलकाता की सड़कों पर दिखाई दीं जहां उन्होंने मोटरसाइकिल की सवारी की। वह मोटरसाइकिल के पीछे बैठकर घुमीं। इससे पहले शाम में ही उन्होंने प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में गांधी प्रतिमा तक कैंडललाइट मार्च में भाग लिया। वह लगातार पहलवानों के समर्थन में खड़ी हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैं पहलवानों से अनुरोध करूंगी कि आप यह लड़ाई नहीं छोड़े। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहलवान जो भी निर्णय लेंगे उसे देखते हुए हमारा मूवमेंट जारी रहेगा। हम पहलवानों के समर्थन में मोमबत्ती जलाकर गांधी मूर्ति तक जाएंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब तक गिरफ़्तारी नहीं होगी हम नहीं छोड़ेंगे। हम उनसे(पहलवान) बात करेंगे और फिर से हमारी टीम भेजेंगे। उन्होंने कहा कि पहलवानों के समर्थन के लिए किसी न किसी को सड़क पर उतरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम तबतक लड़ेंगे जब तक कि डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता।
इससे पहले ममता बनर्जी ने नयी दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर पहलवानों के साथ कथित मारपीट के विरोध में बुधवार को रैली की थीं। बनर्जी ने अपने हाथ में एक तख्ती ले रखी थी जिस पर ‘‘हम न्याय चाहते हैं’’ लिखा था। रैली शहर के दक्षिणी हिस्से में हाजरा रोड चौराहे से शुरू हुई और रवींद्र सदन तक गई। बनर्जी 2.8 किलोमीटर लंबी इस रैली में अपने निर्वाचन क्षेत्र भबानीपुर में शामिल हुईं। उनके साथ पूर्व महिला फुटबॉल खिलाड़ी कुंतला घोष दस्तीदार और शांति मलिक, पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी अलवितो डी कुन्हा, रहीम नबी और दीपेंदु बिस्वास तथा कई अन्य खेल हस्तियां और आम लोग थे।