By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 03, 2019
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य का नाम बदल कर ‘बांग्ला’ करने की प्रक्रिया तेज करने का अनुरोध करने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। ममता ने मोदी को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान इसके लिए आवश्यक संविधान संशोधन करने का भी अनुरोध किया है। यह पत्र ऐसे दिन भेजा गया है, जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा को बताया कि केंद्र ने राज्य का नाम बदले जाने को अब तक हरी झंडी नहीं दी है और इसके लिए संविधान में संशोधन करने की जरूरत पड़ेगी। ममता ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है, ‘‘ वेस्ट बंगाल (पश्चिम बंगाल) नाम अंग्रेजी में है और ‘पश्चिम बंग’ बंगाली में है तथा यह (पश्चिम बंगाल) हमारे राज्य के पुराने इतिहास की गवाही नहीं देता।’’
गौरतलब है कि राज्य कैबिनेट ने आठ सितंबर 2017 को यह फैसला किया था कि राज्य का नाम बंगाली, अंग्रेजी और हिन्दी में ‘बांग्ला’ किया जाना चाहिए। ममता ने कहा कि विधानसभा ने इसके बाद 26 जुलाई 2018 को एक प्रस्ताव भी लाया। पत्र में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने 21 अगस्त 2018 को केंद्रीय गृह सचिव को पश्चिम बंगाल का नाम बदलने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध किया था। एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इस सिलसिले में मुख्यमंत्रीद्वारा लिखा गया पत्र बृहस्पतिवार को भेजा जाएगा।
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केन्द्र ने कहा कि उसने प.बंगाल के नाम बदलाव को नहीं दी मंजूरी
केन्द्र सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि उसने पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करने को मंजूरी नहीं दी है। इसके बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक पत्र भेजकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में शीघ्रता दिखाने को कहा है। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने रीताब्रत बनर्जी के एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि केन्द्र सरकार ने पश्चिम बंगाल राज्य का नाम ‘‘बांग्ला’’ रखने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी है।