By अंकित सिंह | Nov 29, 2023
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल नवंबर में कर्नाटक के मंगलुरु में हुए इस्लामिक स्टेट (आईएस) प्रायोजित प्रेशर कुकर विस्फोट में दो आरोपियों के खिलाफ बुधवार को आरोप पत्र दायर किया। आरोपपत्रित व्यक्तियों में से एक, मोहम्मद शारिक, एक ऑटो-रिक्शा में प्रेशर कुकर आईईडी ले जा रहा था जब 19 नवंबर, 2022 को उसमें विस्फोट हो गया। विस्फोट में शारिक खुद घायल हो गया। एनआईए ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने हिंदू समुदाय के बीच आतंक पैदा करने के उद्देश्य से मंगलुरु के कादरी मंजुनाथ मंदिर में आईईडी लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन कम तीव्रता वाला बम गलती से रास्ते में फट गया।
संघीय एजेंसी ने 23 नवंबर, 2022 को विस्फोट की जांच अपने हाथ में ली थी और शारिक को उसके सहयोगी सैयद शारिक के साथ इस साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी ने कहा कि शारिक और सैयद ने एक ऑनलाइन हैंडलर के साथ मिलकर खिलाफत (शरिया कानून) स्थापित करने की साजिश के तहत विस्फोट की योजना बनाई थी। बयान में यह भी कहा गया है कि साजिश के अनुसरण में, मोहम्मद शारिक ने प्रेशर कुकर आईईडी तैयार किया था और सैयद यासीन ने विस्फोटक के लिए सामग्री सहायता प्रदान की थी। मोहम्मद शारिक पहली बार नवंबर 2020 में सुरक्षा बलों के रडार पर आया था जब उसे मंगलुरु शहर में आतंकवाद समर्थक भित्तिचित्रों के लिए राज्य पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
दावा है कि उसने और उसके साथियों ने वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के समर्थन में भित्तिचित्र लगाया था। इसके बाद शारिक का नाम 2022 के शिवमोग्गा इस्लामिक स्टेट साजिश केस में भी आया, जिसमें अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए इन 10 लोगों में से शारिक और सैयद यासीन समेत नौ पर 30 जून को भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने, धन जुटाने और आईएस की भारत विरोधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए परीक्षण विस्फोट करने के आरोप में आरोप पत्र दायर किया गया था।