कोरोना काल में शादी मतलब 'नो बैंड, बाजा और बारात'

By निधि अविनाश | Jun 09, 2020

देश में कोरोना लॉकडाउन लगने के कारण कई शादियां बीच में ही रूक गई थी। यहां तक की शादी के कार्ड भी रद्दी के भाव में बीकने लगे। लेकिन अनलॉक खुलने से अब शादी के जोड़ो को थोड़ी राहत मिली है। इस दौरान कोरोना के नियमों का पालन करते हुए कई जगह रूकी हुई शादियां भी सम्पन्न हो रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शादियों में ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है।बता दें कि शादी में सिर्फ 50 लोगों की ही अनुमति है जिसका मतलब नो बैंड, बाजा और बारात। 

कोरोना महामारी के कारण ठप पड़ी Wedding Industry

कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा अगर कोई इंडस्ट्री प्रभावित हुई है तो वो है  Wedding Industry। बता दें कि इस कोरोना सकंट के कारण एक तो शादियां बीच में ही रूक गई और दूसरी और अब जब देश में अनलॉक लागू हुआ है तब भी कोई शादियों और पार्टियों के लिए हॉल बुक नहीं कर रहा है। लोगों के अंदर बने कोरोना डर के कारण अब लोग शादी हॉल बुक कराने से भी कतरा रहे है। बैंगलोर की wedding planner  मोनिका चोरारिया के मुातिबक अब लोग शादी हॉल बुक नहीं करा रहे है। इसको देखते हुए अब हम माइक्रो शादियां कराने  का आयोजन करने कर रहे है। कोरोना संकट को देखते हुए लोग अब अपने घरों की छत या बरामदे में ही शादियों का आयोजन कर रहे है। घरों के आंगन में शादी के आयोजन से पुरानी संस्कृति भी वापस लौट रही है। 

शादी हॉल में होगी अब ये व्यव्स्था

 बैंगलोर की wedding planner  मोनिका चोरारिया ने बताया कि इस कोरोना काल के दौरान अब शादियों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की जा रही है। साथ ही बड़ों के पैर बिना छुए आशीवार्द लेने की भी व्य्वस्था की जा रही है। यहां तक की शादी के माहौल को देखते हुए डिजाइनर मास्क की भी मांग बढ़ गई है। महिलाएं शादियों में कपड़ों, साड़ी से संबधित मैंचिग मास्क पहन रही है वहीं लड़के अपने पगड़ी से  मैंचिग मास्क पहन रहे है। थर्मल स्क्रीनिंग की भी पूरी व्यव्स्था की गई है।

कोरोना काल में ठप पड़ा बैंड कारोबार

कोरोना संकट को कारण कई शादियाों की बुकिंग कैसिल हो गई है। कुछ लोग बस छोटे हॉल को ही बुक करा है जिसमें सिर्फ 45-50 लोगों को ही बुलाया जा सकता है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान शादी की इजाजत कुछ शर्तों के साथ दी गई है। शर्त यह है कि शादी समारोह में 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पाएंगे। यानी वर और वधू पक्ष दोनों की तरफ से कुल 50 लोग ही शादी में हिस्सा ले सकते हैं। इसके कारण लोग बैंड और बारात जैसी व्यव्स्था को शादी में शामिल ही नहीं कर रहे है। इसके कारण बैंड का कारोबार भी बिल्कुल ठप पड़ गया है। लोग बैंड की जगह रिश्तेदारों को शादियों में शामिल कर रहे है।

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