By एकता | Aug 25, 2025
रबी-उल-अव्वल इस्लामी कैलेंडर का तीसरा महीना है जो सफ़र के बाद आता है। इस महीने में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का जश्न मनाया जाता है, जिसे मौलूद-उन-नबी या ईद मिलादुन्नबी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार मुसलमानों के लिए बहुत खास है क्योंकि यह पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के जन्म की याद में मनाया जाता है।
भारत के कई हिस्सों में 24 अगस्त 2025 को रबी-उल-अव्वल का चांद देखा गया, जिसके बाद ईद मिलादुन्नबी की तारीख की घोषणा कर दी गई। चांद दिखने के बाद बाजारों में रौनक बढ़ गई और लोगों ने त्योहार की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक, ईद मिलादुन्नबी (मीलाद उन-नबी) का त्योहार रबी-उल-अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। इस हिसाब से इस साल यह त्योहार शुक्रवार, 5 सितंबर 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के जन्म का जश्न मनाते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि पैगंबर के जन्मदिन का जश्न मनाने की प्रथा उनकी मृत्यु के कई सदियों बाद शुरू हुई थी।
यह दिन इबादत और सद्भाव का होता है। मुसलमान इस दिन को कई तरह से मनाते हैं। गली-मोहल्लों और मस्जिदों को सजाया जाता है और इस्लामी झंडे लगाए जाते हैं। मस्जिदों में दरूद व सलाम का पाठ किया जाता है और पैगंबर मुहम्मद के जीवन, उनकी शिक्षाओं और गुणों के बारे में बताया जाता है। गरीबों में खाना बांटा जाता है और जकात (दान) दिया जाता है, जिससे सवाब मिलता है। यह दिन पैगंबर की शिक्षाओं का पालन करने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का संदेश देता है।
2025 में 12 रबी-उल-अव्वल किस तारीख को है?
2025 में 12 रबी-उल-अव्वल शुक्रवार, 5 सितंबर को है।
12 रबी-उल-अव्वल को क्या हुआ था?
इस्लामी मान्यता के अनुसार, 12 रबी-उल-अव्वल को पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का जन्म हुआ था, जिसका जश्न इस दिन मनाया जाता है।
क्या ईद मिलादुन्नबी पर रोजा रखा जाता है?
कई मुसलमान इस दिन रोजा रखते हैं, लेकिन यह फर्ज (अनिवार्य) नहीं है।