By अनुराग गुप्ता | Feb 22, 2022
चेन्नई। तमिलनाडु नगर निकाय चुनाव में 11 साल बाद सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को जबरदस्त जीत मिली है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रदेशवासियों को आभार जताया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसे बनाए रखने के लिए मैं काम करूंगा।
आपको बता दें कि नगर निकाय चुनाव में द्रमुक ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक का सूपड़ा साफ कर दिया है। पार्टी ने राज्य के पश्चिमी क्षेत्र को अन्नाद्रमुक से छीन लिया है, जिसे विपक्षी दल का गढ़ माना जाता था। द्रमुक समर्थकों ने मिली जीत का जश्न मनाते हुए जमकर पटाखे जलाए और मिठाई बांटी।
चेन्नई में द्रमुक की एकतरफा जीत
द्रमुक गठबंधन ने ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन में 183 वार्ड जीते हैं जबकि अन्नाद्रमुक को 15 वार्डों से ही संतोष करना पड़ा है। इतना ही नहीं अधिकांश वार्डों में द्रमुक के जीत का अंतर हजारों में दर्ज किया गया है।
लंबे समय से अन्नाद्रमुक के गढ़ रहे पश्चिमी तमिलनाडु क्षेत्र में द्रमुक ने करीब 75 फीसदी से अधिक सीट जीती हैं। द्रमुक ने तोंडामुतुर नगर पंचायत भी जीत लिया है, जो अन्नाद्रमुक के पूर्व मंत्री एसपी वेलुमणि का गृह क्षेत्र है।
कैसा रहा भाजपा का प्रदर्शन
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के. अन्नामलाई ने बताया कि प्रदेश में भाजपा तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मैं उन नेताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमारे उम्मीदवारों की जीत के लिए कड़ी मेहनत की। हालांकि हम नहीं जीते, लेकिन हमें मिले वोट प्रतिशत से हम खुश हैं। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर भाजपा की एंट्री हो चुकी है जहां पर पहले हम नहीं थे।
कोयंबटूर में पहली बार बनेगा द्रमुक का मेयर
कोयंबटूर कॉर्पोरेशन के 100 वार्डों में से द्रमुक ने 51 वार्डो पर जीत हासिल करते हुए पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। इसी के साथ ही पहली बार यहां के नगर निगम में द्रमुक अपना मेयर बनाएगी।