By अभिनय आकाश | May 03, 2019
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुये सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री के लिए लोकतंत्र का मतलब विपक्षी पार्टी के विधायकों को ‘खरीद’ कर सरकार बनाना है? केजरीवाल की प्रतिक्रिया भाजपा के उस दावे के बाद सामने आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि आप के 14 ‘निराश’ विधायक उनके संपर्क में हैं। केजरीवाल ने यह भी जोर देकर कहा कि आप सदस्यों को खरीदना आसान नहीं है। एक समाचार को टैग करते हुये केजरीवाल ने कई ट्वीट के जरिए भाजपा पर निशाना साधा।
इसे भी पढ़ें: भाजपा का दावा- AAP के 14 विधायक हमारे संपर्क में हैं
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मोदी जी, लोकतंत्र का मतलब दूसरी पार्टी के विधायकों को खरीदना और इससे सरकार बनाना है। विधायकों को खरीदने के लिए भाजपा इतना पैसा कहां से लाती है। आप लोग पहले भी कई बार हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर चुके हो लेकिन आप सदस्यों को खरीदना इतना आसान नहीं है।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में यही खबर भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल को टैग करते हुये सवाल किया, ‘‘आप के 14 विधायकों को खरीदने की आपकी बात कहां फंस गयी। आप कितना दे रहे हो और वो कितना मांग रहे हैं।’’ गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा था कि आप विधायक ‘बहुत निराश’ हैं और पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं।
इसे भी पढ़ें: अपमान का आरोप लगा महिला विधायक ने केजरीवाल के रोड शो से बनाई दूरी
आप ने भाजपा पर लोकसभा चुनाव के दौरान खरीद-फरोख्त में लिप्त होने का आरोप लगाया। गोयल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आप के 14 विधायक हमारे संपर्क में हैं और वे जल्द ही पार्टी छोड़ देंगे क्योंकि वे अपने अपनी पार्टी द्वारा किए गए काम से निराश हैं।’’ आप नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने बुधवार को भाजपा पर अपने सात विधायकों को तोड़ने के लिए 10-10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव देने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब से भाजपा के पास विकास का कोई मुद्दा उठाने के लिए नहीं बचा है तब से वह हमारे सात विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये देकर खरीदने का प्रयास कर खरीद-फरोख्त में लिप्त हो गई है।’’