By रेनू तिवारी | Oct 31, 2022
सरदार पटेल की जयंती को ‘एकता दिवस’ के रूप में मनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को संबोधित किया उस दौरान उन्होंने गुजरात के मोरबी में केबल पुल के टूटने से हुए हादसे पर भी अपनी पीड़ा साझा की। गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर सोमवार को 134 हो गई। इस दर्दनाक हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अपनी मनोदशा व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं केवड़िया में हूं, लेकिन मेरे जेहन में मोबरी पुल हादसा पीड़ितों का ख्याल है। पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देने के लिए देशभर से मंडलियां केवड़िया आईं, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
सरदार पटेल की जयंती को ‘एकता दिवस’ के रूप में मनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत की ‘‘एकता’’ से हमारे दुश्मन दुखी हैं, उन्होंने अतीत में जब भी हम पर शासन किया, इसे तोड़ने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारे दुश्मन जाति, और नस्ल के आधार पर आज भी देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वे हमारे विकास से दुखी हैं। हमारी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाले देश के भीतर भी हो सकते हैं।
गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर सोमवार को 134 हो गई। गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि बचावकर्मी दो लोगों की तलाश कर रहे हैं जो लापता बताए जा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, माच्छू नदी में बचाव अभियान अंतिम चरण में हैं। यह जल्द ही खत्म हो जाएगा। ताजा जानकारी के अनुसार इस हादसे में 132 लोगों की जान चली गयी है तथा दो अब भी लापता हैं। राज्य के सूचना विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के पांच दल, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के छह दल, वायु सेना का एक दल, सेना की दो टुकड़ियां तथा भारतीय नौसेना के दो दलों के अलावा स्थानीय बचाव दल तलाश अभियान में शामिल हैं। तलाश अभियान रात से चल रहा है। यह पुल करीब एक सदी पुराना था और मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद इसे आमजन के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था। पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया। सांघवी ने राजधानी गांधीनगर से करीब 300 किलोमीटर दूर मोरबी में पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार ने पुल ढहने की घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अंग्रेज़ों के समय का यह ‘‘हैंगिंग ब्रिज’’ जिस समय टूटा, उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे मौजूद थे।