मोदी ने इमरान खान को लिखे पत्र में करतारपुर गलियारा शीघ्र चालू करने की मांग की

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 21, 2019

नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान के एक बधाई संदेश के जवाब में लिखे एक पत्र में करतारपुर गलियारा को शीघ्र चालू करने की मांग की है, जो साल भर खुला रहे। मंत्रालय ने कहा कि मोदी का पत्र खान को 12 जून को भेजा गया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को पत्र लिखा है। इसमें करतारपुर गलियारा का जिक्र किया गया है और उन्होंने लिखा है कि ‘हम करतारपुर गलियारा को शीघ्र चालू करने के लिए काम करना जारी रखेंगे, जो साल भर खुला रहे।

इसे भी पढ़ें: पाक ने भारत के साथ ''बधाई पत्र'' के आदान-प्रदान की अटकलों के खिलाफ मीडिया को दी चेतावनी

 

उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति यह है कि तकनीकी स्तर की तीन चर्चा हो चुकी हैं और पाकिस्तान से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने कहा कि भारत जवाब का इंतजार कर रहा है। कुमार ने कहा कि भारत सरकार गलियारा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि यह श्रद्धालुओं की काफी समय से लंबित मांग है और हम ऐसे कदम उठाएंगे जो इसे पूरा करने के लिए जरूरी होंगे।करतारपुर पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है। 

इसे भी पढ़ें: पाक पीएम इमरान खान की फिर हुई किरकिरी, जानें क्या है कारण

पाकिस्तान और भारत के अधिकारियों ने गलियारे के लिए तौर तरीकों पर चर्चा के लिए 27 मई को एक बैठक की थी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पिछले साल 26 नवंबर को गुरदासपुर जिले में इस गलियारे की आधारशिला रखी थी। इसके दो दिन बाद पाक प्रधानमंत्री खान ने लाहौर से 125 किमी दूर नारोवाल में इसकी आधारशिला रखी थी।

 

प्रमुख खबरें

Smriti Mandhana की सगाई की अंगूठी गायब! Palash Muchhal से शादी टलने के बाद भारतीय क्रिकेटर ने शेयर की पहली पोस्ट, फैंस हैरान

आर्म्स डील: रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट; कोर्ट ने ईडी को दिया 24 जनवरी का वक्त

Prabhasakshi NewsRoom: वैवाहिक बलात्कार को अपराध की श्रेणी में लाने के लिए Shashi Tharoor ने पेश किया विधेयक, बोले- महिला की ना का मतलब ना होना चाहिए

National Herald case डीके शिवकुमार को EOW का समन, बोले- सब कुछ साफ है, फिर क्यों जांच?