By अनन्या मिश्रा | Sep 05, 2024
मंकीपॉक्स ऐसी वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवर से इंसानों में फैल सकता है। बता दें कि बीमार या फिर मरे हुए जानवरों के संपर्क में आने से व्यक्ति को मंकीपॉक्स हो सकता है। यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल जाता है। संक्रमति व्यक्ति के कपड़े, बेड और तौलिए से इंफेक्शन फैल सकता है। जो लोग जानवरों के आसपास रहने या काम करने से भी यह वायरस हो सकता है।
इसके अलावा यह वायरल प्रेग्नेंट महिला के जरिए गर्भ में भी हो सकता है। मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी यह वायरस हो सकता है। हालांकि इसके लिए लंबे समय तक निकट संपर्क की आवश्यकता होती है। इस वायरस के लक्षणों में सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और बुखार और रैश हो सकते हैं। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या दूषित खाने और दूषित पानी से भी यह वायरस फैल सकता है। तो आइए जानते हैं मंकीपॉक्स वायरस और साथ ही यह भी जानेंगे कि यह कैसे फैलता है।
क्या दूषित भोजन या पानी से भी फैलता है ये वायरस
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक मंकीपॉक्स दूषित खाने या पानी से नहीं फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर आपने किसी ऐसे जानवर का मीट खाया है, जिसके बॉडी में यह वायरस हो और उस मीट को सही तरीके से नहीं पकाया गया हो। ऐसे में इस मीट को खाने से आपको मंकीपॉक्स हो सकता है। इसके अलावा अगर किसी ऐसे व्यक्ति ने भोजन को छुआ है, जिसके शरीर से कीटाणु खाने में प्रवेश कर सकते हैं। इस तरह से आपको भोजन के जरिए मंकीपॉक्स हो सकता है।
इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के सालाइवा माध्यम से भी मंकीपॉक्स हो सकता है। एक स्टडी के मुताबिक मंकीपॉक्स संक्रमित जानवर के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। ऐसे में संक्रमित जानवर का मीट खाने से मंकीपॉक्स फैल सकता है।
बरतें ये सावधानी
बता दें कि खाने से पहले और खाना बनाने से पहले पानी और साबुन से हाथों को अच्छे से धोना चाहिए।
वहीं अन्य सब्जियों, फल और अन्य खाद्य पदार्थों को अच्छे से धोकर साफ करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि खाना ठीक तरह से पकाया जाए।
खासकर मांस को अच्छे से धोकर बनाना चाहिए, जिससे कि कोई भी मौजूदा हानिकारक बैक्टीरिया या वायरस नष्ट हो जाएं।
कच्चा या अधपका खाना खाने से बचना चाहिए।
दूसरों के बर्तन, गिलास या अन्य खाने-पीने के उपकरण साझा नहीं करें। खासकर यदि कोई व्यक्ति बीमार हों।
सिर्फ स्वच्छ और सुरक्षित पानी का सेवन करना चाहिए।