By अंकित सिंह | Aug 04, 2025
प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने डोनाल्ड ट्रंप, बिहार और राहुल गांधी को लेकर चर्चा की। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे जी। नीरज कुमार दुबे ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप जिस तरीके से युद्ध विराम को लेकर दावा कर रहे हैं, वह अपने आप में सही नहीं है। अगर वह कह रहे हैं कि हमने व्यापार का हवाला देकर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया तो ऐसे में वह अपने ही बयान को झूठा साबित कर रहे हैं क्योंकि भारत के साथ अभी भी अमेरिका का व्यापार समझौता नहीं हो सका है और भारत किसी भी कीमत पर झुकने को तैयार नहीं है और यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के डेड इकोनामी वाले बयान पर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति को अपने ही देश के संस्थानों के रिपोर्ट पर विश्वास करना चाहिए। सिर्फ बयान देने से कोई काम नहीं होगा।
नीरज दुबे ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% का टैरिफ लगा दिया है लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्होंने सिर्फ यह काम भारत के लिए किया है। उन्होंने पाकिस्तान पर भी लगाया है। उन्होंने बांग्लादेश पर भी लगाया है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ अमेरिका के समझौता भी हो चुके हैं। बावजूद इसके इन दोनों ही देश पर ट्रंप ने टैरिफ लगा दिया है। भारत ने समझौता नहीं किया है। इसके बावजूद 25 परसेंट का टैरिफ है। लेकिन पाकिस्तान और बांग्लादेश को क्रमशः 19 और 20% का टैरिफ देना पड़ रहा है। डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के बाद भी भारत के शेयर बाजार स्थिर रहे। बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव हमें देखने को नहीं मिला।
इसके साथ ही नीरज दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दावा कर रहे हैं कि भारत तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर है। वह लोगों से भारत में बनी चीजों को खरीदने का आग्रह भी कर रहे हैं। ऐसे में विपक्ष को अपने देश के प्रधानमंत्री पर विश्वास करना चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति क्या कह रहे हैं, उस पर विश्वास नहीं करना चाहिए। आपको भारत के अधिकारी जो कह रहे हैं उसकी बात माननी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका का रिश्ता सिर्फ व्यापार पर नहीं है, रक्षा और द्विपक्षीय संबंध दोनों ही देश के जबरदस्त तरीके से अच्छे हैं। दोनों देशों की जनता के बीच आपसी संवाद बहुत ही बेहतर है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप क्या कह रहे हैं, इससे ज्यादा बहुत फर्क पड़ने वाला नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप कई बार अपने बयान को वापस भी लेते हैं। भारत और अमेरिका के बीच संबंध अभी भी अच्छे हैं और अमेरिका कई बार इस तरीके के दबाव बनाने की कोशिश करता है।
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण पर नीरज दुबे ने कहा कि विपक्ष की मांग शायद ही सरकार माने। संसद में एसआईआर को लेकर कोई चर्चा होती दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में कहीं ना कहीं संसद के कार्यवाही लगातार बाधित रहने वाली है। तेजस्वी यादव ने जिस तरीके से एसआईआर को लेकर दावा किया, वह अपने आप में बहुत बड़ा भ्रमित करने का तरीका है। विपक्ष लगातार यही कह रहा है। लेकिन मतदाता अब जागरूक हो चुके हैं और विपक्ष की बातों में नहीं आने वाले हैं।
राहुल गांधी को लेकर नीरज कुमार दुबे ने कहा कि कांग्रेस नेता जिस तरीके से बयान दे रहे हैं, वह कहीं ना कहीं देश के लिए सही नहीं है। ऐसा लग रहा है कि वह अपने देश से ज्यादा किसी दूसरे देश पर विश्वास करते हैं। नीरज दुबे ने कहा कि राहुल गांधी की मानसिकता ऐसी है कि जो भारत के खिलाफ बात करेगा, वह उनके साथ खड़े रहेंगे। अमेरिका के चुनाव में वह कमला हैरिस के का सपोर्ट करते रहे। अब जब डोनाल्ड ट्रंप मोदी को लेकर बयान दे रहे हैं तो राहुल गांधी उनका सपोर्ट कर रहे हैं। राहुल गांधी कई बार ऐसे बयान दे जाते हैं जिससे उनके लिए उनकी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती है। ऐसे में राहुल गांधी के आसपास जो लोग काम करते हैं उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है।