मेरी जगह कोई और होता तो हिम्मत छोड़ देता: मनोज वाजपेयी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 05, 2018

मुंबई। अभिनेता मनोज वाजपेयी का सफर सफलता और असफलताओं से भरा रहा है, उनका कहना है कि यह उनकी जिद ही थी कि उन्होंने मुश्किल वक्त में भी हिम्मत नहीं हारी, जबकि ऐसे समय में कई लोग पीछे हट जाते। लंबे समय तक मामूली भूमिकाएं करने के बाद वाजपेयी को वर्ष 1998 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘सत्या’ से पहचान मिली थी। वाजपेयी ने बताया, ‘‘यह उतार-चढ़ाव भरा सफर रहा। इसने कई मौके पर मेरा इम्तिहान लिया। मेरी जगह कोई और अभिनेता होता तो इस राह को छोड़कर उसने अलग रास्ता चुन लिया होता। लेकिन मैं जिद्दी हूं।’’

 

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हालातों से इतनी आसानी से हार नहीं मानता। मुझे पता होता है कि मुझे क्या करना है। चाहे मैं कुछ हासिल कर पाऊं या नहीं लेकिन मैं अंत तक प्रयास करने में यकीन रखता हूं। जो चाहता हूं वह कभी-कभी मिल जाता, तो कभी-कभी नहीं भी मिलता है। लेकिन आप यह जुआ खेलते हैं।’’ वाजपेयी की फिल्म ‘गली गुलियां’ इस शुक्रवार को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होने जा रही है।

प्रमुख खबरें

TMC का CEC से अनुरोध, फेज 1-2 के लिए सीट वाइज वोटिंग रिपोर्ट प्रदान किया जाए

कांग्रेस और इंडी गठबंधन को ना हमारी आस्था की परवाह है और ना ही देशहित की, विपक्ष पर बरसे PM Modi

क्या युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं रूस-अमेरिका? पश्चिमी देशों के खिलाफ पुतिन का परमाणु अभ्यास

IPL 2024: MI के कोच पोलार्ड का बयान, कहा- बुमराह को आराम देने का कोई इरादा नहीं