By अभिनय आकाश | May 14, 2025
पहलगाम में जब हमला हुआ उससे पहले वहां की सैटेलाइट तस्वीरें पाकिस्तान ने खरीदी थी। सैटेलाइट इमेज बेचने वाली कंपनी मैक्सर से पाकिस्तानी फर्म बीएसआई ने ये तस्वीरें खरीदी और उसके बाद किस तरह से पहगलाम में हमला करने की साजिश रची गई। भारत के मीडिया संस्थान द प्रिंट ने पहलगाम हमले और उसके बाद के घटित घटनाक्रम को लेकर बहुत बड़े खुलासे किए हैं। दरअसल, अमेरिका की एक कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी भू स्थानिक फर्म है। वो सैटेलाइट इमेज कैप्चर करती है। उसके पास रियल टाइम इमेज होता है। वहीं बिजनेस सिस्टम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (बीएसआई) र कंपनी है। ये पाकिस्तानी कंपनी है। पहलगाम हमले के कुछ दिनों पहले अचानक पाकिस्तान की बीएसआई प्राइवेट लिमिटेड ने अमेरिका की कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी को बड़े पैमाने पर पहलगाम की सैटेलाइट इमेज का ऑर्डर दिया।
लगातार जब तक ये घटना घटी नहीं यानी 1 तारीख तक रोजाना बीएसआई प्राइवेट लिमिटेड ने मैक्सार टेक्नोलॉजी से वो मेज मंगाते रहे। ये बीएसआई कंपनी का मालिक अब्दुल्ला सैय्यद है। सैय्यद पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम में सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। 2020 में अमेरिका ने बीएसआई की जांच की थी। होमलैंड सिक्योरिटी ने तब पाया कि अब्दुल्ला सैय्यद के पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय और एनडीसी व परमाणु ऊर्जा आयोग से सीधे संबंध रहे हैं। वहां के कोर्ट ने बकायदा इस कंपनी को अमेरिका में बैन कर रखा है। 2020 में अमेरिकन कोर्ट इस पर बैन लगाता है। फिर अब्दुल्ला सैय्यद दूसरी कंपनी बनाकर 2023 में मेक्सार टेक्नोलॉजी के साथ फिर से पार्टनरशिप कर लेता है। बड़ा खुलासा ये है कि अब्दुल्ला सैय्यद पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के सीधे संपर्क में था।
मैक्सार टेक्नोलॉजी से इसने जो सारे सैटेलाइट इमेज खरीदे वो पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय को सुपुर्द किए हैं। रिपोर्ट में इसके एवज में पैसे के ट्रांजक्शन के भी सबूत हैं। मतलब साफ है कि पहलगाम का हमला पाकिस्तानी आर्मी ने बकायदा प्लान किया। सैटेलाइट इमेट पाकिस्तानी आर्मी को मिले। पहलगाम के लगातार 21 दिनों तक रियल टाइम इमेज वहां की आर्मी स्टडी करती रही। जिस दिन हमला हुआ यानी 22 अप्रैल को तो 21 अप्रैल से ही वो ऑर्डर बंद हो जाता है। रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद मैक्सार ने अपने पार्टनर पेज से बीएसआई को हटा दिया और इस बात से इनकार किया कि बीएसआई ने पहलगाम की तस्वीरें मंगवाई थीं। समाचार एजेंसी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मैक्सार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि बीएसआई को पार्टनर के रूप में सूचीबद्ध करने से पहले कोई उचित जांच-पड़ताल की गई थी या साझेदारी औपचारिक रूप से खत्म हो गई है।
सैयद को 2022 में अमेरिकी निर्यात कानूनों का उल्लंघन करने के लिए जेल भेजा गया था, उनकी कंपनी BSI को बाद में कोलोराडो में स्थित शीर्ष उपग्रह इमेजरी फर्मों में से एक मैक्सार टेक्नोलॉजीज के भागीदार के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। यह चिंताजनक है क्योंकि, मैक्सार भागीदार बनने के बाद, BSI के पोर्टल ने कश्मीर के पहलगाम की उपग्रह छवियों का ऑर्डर देने में अचानक रुचि दिखाई। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह 22 अप्रैल, 2025 को वहां हुए आतंकी हमले से ठीक दो महीने पहले की बात है जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
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