24 घंटे के भीतर गरम से नरम हुए हरीश रावत, बोले- मेरा ट्वीट रोजमर्रा जैसा ही था

By अनुराग गुप्ता | Dec 23, 2021

देहरादून। क्या उत्तराखंड कांग्रेस में सबकुछ ठीक है ? या फिर यहां पर भी पार्टी अंतर्कलह का सामना कर रही है ? यह सवाल सियासी गलियारों में छाया हुआ है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बुधवार को एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर नाराजगी जताई। जिसके बाद हड़कंप मच गया। हालांकि 24 घंटे के भीतर ही हरीश रावत के रुख गरम से नरम हो गया। 

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कांग्रेस नेता ने एक ट्वीट में लिखा कि मेरा ट्वीट रोजमर्रा जैसा ही ट्वीट है, मगर आज अखबार पढ़ने के बाद लगा कि कुछ खास है, क्योंकि भाजपा और आप पार्टी को मेरी ट्वीट को पढ़कर बड़ी मिर्ची लग गई है और इसलिये बड़े नमक-मिर्च लगाये हुये बयान दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं और जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं।मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत, अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है। उन्होंने कहा था कि फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है कि न दैन्यं न पलायनम्। बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे। 

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हरीश रावत के इस ट्वीट के बाद पार्टी के समक्ष नया संकट पैदा हो गया है। माना जाता रहा था कि देवेंद्र यादव और हरीश रावत के आपसी संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं। जिसकी वजह से उन्होंने यह ट्वीट किया। हालांकि हरीश रावत ने अब स्थिति को स्पष्ट कर दिया है।

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