गुपकार की पुकार पर चीनी हथियार लेकर आ गये जैश के आतंकवादी !

By नीरज कुमार दुबे | Nov 19, 2020

गुपकार गैंग के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने 370 वापस लाने के लिए चीन की मदद मांगने की बात क्या कही पाकिस्तानी आतंकवादी चीनी हथगोले लेकर जम्मू-कश्मीर में आतंक मचाने के लिए पहुँच गये। लेकिन इनके मंसूबे कामयाब हो पाते उससे पहले ही सतर्क सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के परखच्चे उड़ा दिये। गुपकार गैंग के लोग अपने विवादित बयानों से जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे जिला विकास परिषद चुनावों से पहले केंद्र शासित प्रदेश का माहौल खराब करना चाह रहे हैं और इस गैंग की मदद के लिए पाकिस्तान भी पूरी तरह से तैयार दिख रहा है तभी सीमा पार से आतंकवादियों को घुसपैठ कराने के लिए लॉन्च पैडों पर तैयार कर रखा है। लेकिन ये गुपकार गैंग और ये नापाक पाकिस्तान जानते नहीं हैं कि भारतीय सुरक्षा बल हर समय सतर्क हैं और पाकिस्तान ने अगर आतंकी लॉन्च पैड बना रखे हैं तो हमारे यहां इन आतंकियों को जहन्नुम की सैर पर भेजने के लिए भी लॉन्च पैड तैयार हैं। आप जरा सोचिये चार आतंकवादी और 11 एके-47 राइफल, आरडीएक्स, हथगोले और गोला बारूद...इनके खतरनाक मंसूबों का अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है।


जम्मू-कश्मीर में डीडीसी चुनावों से पहले जैश के आतंक का जो एनकाउंटर किया गया है उससे इस्लामाबाद में बैठे इमरान खान की कुर्सी हिल गयी है। रावलपिंडी में बैठे पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष की एक बार फिर से कँपकँपी छूट रही है। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में मारे गये चारों आतंकवादियों के शव की तसवीरें देख कर हाफिज सईद, मसूद अजहर और लखवी जैसे आतंक के आकाओं के भी होश उड़ गये हैं। आप पाकिस्तान की फितरत देखिये कि इतनी बड़ी संख्या में असलहों के साथ आतंकवादियों को भारत में दहशत मचाने के लिए भेजने की हिम्मत दिखायी। कोरोना ने लगता है कि पाकिस्तान की मेमोरी पर भी गंभीर असर डाला है तभी वह भारत की ओर से की गयी सर्जिकल और एयर स्ट्राइक शायद भूल गया है। पाकिस्तान भूल गया है कि भारत में ऐसी सरकार है जो आतंकवादियों को कतई नहीं बख्शती और आतंकी कैम्पों को दुश्मन देश में घुस कर खत्म करती है।

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जहाँ तक नगरोटा मुठभेड़ की बात है तो कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान ने इस तरफ आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और आगामी चुनावों को बाधित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं। आईजीपी ने कहा कि हमें आशंका थी कि आतंकवादी चुनावों को प्रभावित करने के प्रयास में हैं, लेकिन सुरक्षा बल हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से घुसपैठ करने की ताक में बैठे आतंकवादियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर आईजीपी ने कहा कि इस बात की जानकारी मिली थी कि करीब 250 आतंकवादी वहां मौजूद हैं, लेकिन पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल चौकन्ने हैं।

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दूसरी ओर, पाकिस्तानी सेना की ओर से हाल ही में फायरिंग की बढ़ती घटनाओं को भी घुसपैठ के प्रयासों में मदद के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल उत्तरी कश्मीर में बर्फबारी के कारण घुसपैठ के रास्ते बंद होने लगे हैं। आतंकी घुसपैठ के लिए जम्मू के सांबा और हीरानगर के इलाके संवेदनशील कहे जाते हैं, वहीं कश्मीर में कुपवाड़ा के नौगाम, केरन और तंगधार इलाकों से पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ करते रहे हैं। ठंड के मौसम में घुसपैठ करना आसान नहीं होगा इसीलिए आतंकवादियों को जल्द से जल्द भारत में घुसपैठ कराने की पाकिस्तान हर संभव कोशिश कर रहा है। देखा जाये तो पाकिस्तान कश्मीर में अशांति फैलाने के प्रयास करता ही रहता है खासकर चुनावों के दौरान उसकी नापाक हरकतें बढ़ जाती हैं। बुधवार को भी जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के एक दल पर आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले में 12 नागरिक घायल हो गए थे।


-नीरज कुमार दुबे

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