By अंकित सिंह | Apr 12, 2022
रामनवमी के दिन खरगोन में हुई हिंसा को लेकर मध्य प्रदेश सरकार सख्ती के मूड में है। रामनवमी की हिंसा को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद दंगाइयों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। इसी कड़ी में सोमवार को उनके घरों पर बुलडोजर चलाया गया। मध्य प्रदेश सरकार की कार्रवाई को लेकर विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा है। इसी कड़ी में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी सवाल खड़े कर चुके हैं। ओवैसी के सवाल के जवाब में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह कानून के दायरे में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज है और जो भी इससे खिलवाड़ करेगा, वो इसका नतीजा भुगतेगा।
आपको बता दें कि खरगोन में हिंसा के बाद प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि यह स्पष्ट रूप से एक राज्य की मिलीभगत हिंसा है और जिनेवा कन्वेंशन का गंभीर उल्लंघन है। मध्य प्रदेश सरकार ने किस कानून के तहत मुस्लिम समुदाय के घरों को ध्वस्त कर दिया है? यह मुस्लिम अल्पसंख्यकों के प्रति मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण रवैये को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। ओवैसी ने कहा कि मध्य प्रदेश में मंसूबा-बंद तरीक़े से क़ानून के शासन पर भीड़तंत्र हावी हो चुका है। शिवराज सिंह चौहान भले ही आपकी विचारधारा मस्जिदों को नापाक करने और बुजुर्गों पर हमले को सही ठहराती हो लेकिन ये न भूलें कि आप संवैधानिक पद पर बैठे हैं, जनता की जान व माल की सुरक्षा आपकी ज़िम्मेदारी है। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में शरसार होकर और क़ानून को बलाए-ताक़ रख कर जो आप गरीबों के आशियाने उजाड़ रहे हो, याद रखो! आज सरकार आपकी है, कल नहीं होगी।