कालापानी विवाद मामले में नेपाल ने दिखाए भारत को तेवर, कहा- एक इंच भी ज़मीन नहीं मिलेगी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 18, 2019

काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने कहा है कि वह भारत से कालापानी क्षेत्र से अपने सशस्त्रबलों को हटाने को कहेंगे और यह कि उनकी ‘राष्ट्रभक्त सरकार’ अपनी एक इंच जमीन पर भी किसी को अतिक्रमण करने नहीं देगी। भारत ने इसी माह के प्रारंभ में नवसृजित केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख तथा भारत के मानचित्र जारी किये थे। भारत के मानचित्र में इन केंद्र शासित प्रदेशों को दर्शाया गया था।

इसे भी पढ़ें: नेपाल की आपत्ति पर विदेश मंत्रालय ने कहा: हमारा मानचित्र भारत के संप्रभु क्षेत्र को सटीक दर्शाता है

इन मानचित्रों में पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर, नवसृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर का हिस्सा जबकि गिलगित बाल्तिस्तान केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा है। छह नवंबर को नेपाल सरकार ने कहा था कि मीडिया की खबरों से कालापानी भारतीय मानचित्र में शामिल किये जाने की ओर उसका ध्यान गया। ओली ने कहा कि सरकार विवादित कालापानी क्षेत्र से भारतीय सशस्त्र बलों को हटाने के लिए कदम उठायेगी। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार किसी को भी नेपाल की सरजमीं का एक इंच का भी अतिक्रमण नहीं करने देगी।

इसे भी पढ़ें: नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मिले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

नेपाली प्रधानमंत्री के निजी सचिव की ओर जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि हमारी राष्ट्रभक्त सरकार किसी को भी नेपाल की सरजमीं का एक इंच भी अतिक्रमण नहीं करने देगा। पड़ोसी देश भारत को कालापानी क्षेत्र से अपने जवानों को वापस बुला लेना चाहिए। उन्होंने इसपर बल दिया कि उनकी सरकार कूटनीति के माध्यम से कालापानी मुद्दे का हल चाहती है। प्रधानमंत्री का बयान ऐसे समय में आय है जब मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस ने अपने सहयोगी संगठन नेपाल स्टूडेंट्स यूनियन को इस मांग के साथ सड़क पर उतार दिया कि विवादित सीमा क्षेत्र से भारतीय सैनिकों की वापसी हो। 

इसे भी पढ़ें: नेपाल और चीन माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई फिर से मापने पर हुए राजी

नेपाल के बड़े राजनीतिक दलों ने भारत सरकार के नये मानचित्रों पर आपत्ति की है जिनमें कालापानी को भारत की सीमा के अंदर दिखाया गया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि नेपाल सरकार इस बात पर स्पष्ट है कि कालापानी नेपाल का है। कुछ दिन पहले ओली द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने सलाह दी थी कि इस मुद्दे का कूटनीति के माध्यम से समाधान करने के लिए भारत के साथ उच्च स्तरीय राजनीतिक बातचीत शुरू की जानी चाहिए।

प्रमुख खबरें

Coast Guard ने केरल तट के पास 6 भारतीय मछुआरों को ले जा रहे ईरानी जहाज को हिरासत में ले लिया

धर्मशाला में भारत की पहली ‘Hybrid Pitch’ का अनावरण किया गया

Mumbai North East में BJP को बड़ी जीत का भरोसा, लक्ष्य के लिए कार्यकर्ता बहा रहे पसीना

Loksabha Election| तीसरे चरण के लिए 12 राज्यों में इन सीटों पर होगा चुनाव, जानें कहां होगा मतदान