चीन और नेपाल की नजदीकियां से बढ सकती है भारत की मुसीबत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 19, 2018

काठमांडो। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने कहा है कि उनका देश चीन की महत्वकांक्षी बेल्ट एंड रोड (व्यापार मार्ग नेटर्क) पहल के तहत उसके साथ रेलवे, सड़क संपर्क, बुनियादी ढांचा विकास, व्यापार तथा पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर गंभीर है। ओली दोबारा चुने जाने के बाद चीन की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले है। यात्रा से पहले उन्होंने कहा कि उनकी सरकार रेल-रोड पहल (बीआरआई) के तहत चीन के साथ हुई सहमति के क्रियान्वयन को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कारार दो साल पहले हुआ था। 

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 2013 में बीआईआई की पेशकश की थी। इसका मकसद दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, खाड़ी देश, अफ्रीका तथा यूरोप को सड़क और समु्द्री मार्ग से जोड़ना है। भारत, शी की इस महत्वकांक्षी परियोजना से नहीं जुड़ा है। इसका कारण बीआरआई का हिस्सा 50 अरब डालर लागत वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरता है।

भारत कहता है क वह वह ऐसी परियोजना को स्वीकार नहीं कर सकता जो उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय एकता की उपेक्षा करता है। बीजिंग यात्रा के दौरान ओली चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से बातचीत करेंगे और रिश्तों को प्रगाढ़ करने के इरादे से प्रमुख ढांचागत परियोजनाओं पर हस्ताक्षर करेंगे।

 

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