निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में चारों दोषियों में से तीन ने अपनी फांसी टालने के लिए अंतरराष्ट्रीय अदालत का दरवाजा खटखटाया है। तीन दोषियों अक्षय, पवन और विनय ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) से अपनी मौत की सजा पर रोक लगाने की मांग की है। तीनों दोषियों ने आईसीजे को पत्र लिखकर फांसी टालने की अपील की है। दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा है कि फांसी की सजा के खिलाफ दुनियाभर के विभिन्न संगठनों ने आईसीजे का दरवाजा खटखटाया है।
क्या है ICJइंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, संयुक्त राष्ट्र यानी UN का न्यायिक अंग है. इसकी स्थापना 1945 में हॉलैंड के शहर हेग में की गई थी। अगले साल यानी 1946 से इसने काम करना शुरू कर दिया था। इस न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते हैं। इन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद मिलकर चुनती है।