लालू राज के खिलाफ नीतीश का पोस्टर अभियान, भय बनाम भरोसा का दिया नारा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 11, 2020

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने प्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव में राजद का मुकाबला करने के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को ‘भय बनाम भरोसा’ का मंत्र दिया है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अपने आधिकारिक निवास से बातचीत के दौरान पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच ‘भय बनाम भरोसा’ का यह पोस्टर जारी किया है। जदयू के एक अन्य पोस्टर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के 15 सालों के शासन को ‘पति-पत्नी की सरकार’ के रूप में इंगित किया गया है। उक्त पोस्टर में चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू के अलावा राबडी देवी, सीवान के पूर्व बाहुबली राजद सांसद और आपराधिक मामलों में सजा काट रहे हैं मोहम्मद शहाबुद्दीन तथा नाबालिग से बलात्कार मामले में सजा काट रहे नवादा के पूर्व राजद विधायक राज वल्लभ यादव को भी दिखाया गया है। 

इसे भी पढ़ें: बिहार में कोरोना से अब तक 34 लोगों की मौत, कुल संक्रमित मामले बढकर 5698 हुए

वीडियो और ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बुधवार को समस्तीपुर जिले के पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि इस साल चुनाव भी होना है इसलिए लोगों के साथ बातचीत का सिलसिला और पूरी बात की जानकारी देने का काम शुरू कर देना चाहिए तथा आज इसका चौथा दिन है और समस्तीपुर जिले के साथियों के साथ मिलने का मौका मिला है। उन्होंने कारोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अबतक किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं से कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए लोगों के बीच अपने काम का प्रचार करने के साथ उन लोगों को जवाब देना है जो हमलोगों पर आक्रमण करते हैं, पर 90 प्रतिशत अपने किए गए काम का हिस्सा होगा और दस प्रतिशत आक्रमण करने वालों को दिया जाने वाला जवाब होगा। 

इसे भी पढ़ें: लॉकडाउन के बाद अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रही अर्थव्यवस्था की गाड़ी: सुशील मोदी

नीतीश ने लालू और राबड़ी के 15 सालों की ओर इशारा करते हुए कहा 15 साल तक पति-पत्नी का राज था। क्या बुरा हाल था। कहीं सड़क और बिजली थी? लोग घर से निकलने में डरते नहीं थे? कितना सामूहिक नरसंहार हुआ था। कितना सांप्रदायिक दंगा होता था। नक्सल गतिविधि कितनी थीं। महिलाओं की क्या स्थिति थी। सब हमलोगों ने नियंत्रित किया और आज क्या किसी को डर लगता है?जो भी आज इधर-उधर करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होती है। न हम किसी को बचाते हैं और न ही किसी को फंसाते हैं। पहले लोग बचाने और फंसाने के चक्कर में रहते थे जिससे अपराध बढ़ता था। नई पीढ़ी जो कि अब 18 साल के हो जाने के कारण मतदाता भी हो जाएंगे, को ये सब बताना जरूरी है । 

इसे भी पढ़ें: बिहार में कोरोना वायरस से अबतक 34 की मौत, संक्रमित मामलो की संख्या बढ़कर 5,583 हुई

जदयू का यह अभियान रविवार को शुरू हुआ था जब केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत डिजिटल रैली से की थी और विश्वास व्यक्त किया था कि नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजग को फिर से विधानसभा चुनाव में जीत दिलाएंगे। सीवान के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान, मुख्यमंत्री ने कहा “आपके जिले और आसपास के लोगों में बहुत ऊर्जा है। लेकिन पहले लोगों को कितना नुकसान उठाना पड़ा। उन्हें उन दिनों की याद दिलाई जानी चाहिए ”।

प्रमुख खबरें

Coffee Beans को लंबे समय तक रखना है फ्रेश तो अपनाएं ये छोटे-छोटे टिप्स

Ravindra Jadeja ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अच्छा काम किया है: Michael Hussey

ED ने आप विधायक Amanatullah Khan को भेजा समन, 29 अप्रैल को पेश होने को कहा

महादेव सट्टेबाजी ऐप मामला: मुंबई एसआईटी ने अभिनेता साहिल खान को छत्तीसगढ़ से हिरासत में लिया