By अंकित सिंह | May 13, 2022
लगभग 2 सालों के बाद चार धाम यात्रा शुरू हुई है। इसको लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रही है। इन सबके बीच चारधाम यात्रा में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा ऐलान किया है। पुष्कर सिंह धामी ने साफ तौर पर कहा है कि अब वीआईपी दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी। इसका मतलब साफ है कि अब बाबा के दरबार में सभी लोग सामान्य रूप से दर्शन कर पाएंगे। सभी को एक लाइन में ही लग कर दर्शन करने होंगे। इसके साथ ही पुष्कर सिंह धामी ने सभी श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य परीक्षण कराने की अपील की और कहा कि जब तक वह पूरी तरह से स्वस्थ ना हो जाए तब तक अपनी चार धाम यात्रा शुरू ना करें।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रशासन और मंत्री चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। यह 2 साल के अंतराल के बाद शुरू हुआ। यह हमारे लिए एक चुनौती है। हम होटल मालिकों, कैब ड्राइवरों, टूर गाइडों से मिले। हमें बताया गया था कि लगभग डेढ़ महीने पहले बुक किया गया था। उन्होंने कहा कि लोगों के आने ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। केदारनाथ के कपाट खुलने से एक दिन पहले 20,000 से अधिक लोग थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 21 लोगों की मौत की सूचना भी दी। लेकिन अब ताजा आंकड़े 30 से ज्यादा हो गए हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि किसी भगदड़ की वजह से किसी की मौत नहीं हुई है।
धामी ने कहा कि जिन लोगों की भी मृत्यु हुई है वह दुखद है। उन सभी ने पहले से मौजूद चिकित्सा समस्याओं के कारण ही दम तोड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने लाइन में लगने वाले युवाओं से अनुरोध करते हुए कहा कि वे बूढ़े और जरूरतमंद लोगों की मदद करें और कतार में उन्हें आगे बढ़ाएं। इससे पहले उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धामों की यात्रा पर आने वाले, खासतौर से बुजुर्ग श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देश जारी किए, साथ ही मंदिरों में उमड़ रही भारी भीड़ के मददेनजर प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन के लिए निर्धारित अधिकतम श्रद्धालुओं की संख्या में एक हजार की बढ़ोतरी की।