आणविक मशीनों के लिए तीन को रसायन विज्ञान का नोबेल

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 05, 2016

स्टॉकहोम। फ्रांसीसी ज्यां-पियरे सौवेज, ब्रिटिश मूल के जे फ्रैसर स्टॉडडर्ट और डच वैज्ञानिक बर्नार्ड फेरिंगा ने आज आणविक मशीनों के विकास के लिए रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता। तीनों विजेता 80 करोड़ क्रोनर (930,000 डॉलर) की पुरस्कार राशि साझा करेंगे। ‘रॉयल स्वीडिश अकैडमी ऑफ साइंसेज’ ने बताया कि इन लोगों ने नियंत्रणीय गति के साथ अणुओं के ‘डिजाइन एवं संश्लेषण’ के लिए यह पुरस्कार अपने नाम किया है।

 

इन लोगों द्वारा विकसित आणविक मशीनें ऊर्जा की जरूरत के समय काम कर सकती हैं। इस अकादमी ने कहा कि आणविक मशीनें ‘नयी सामाग्री, सेंसर और ऊर्जा भंडारण प्रणाली जैसी चीजों के विकास में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने की आशंका है।’ रसायन विज्ञान का यह पुरस्कार विज्ञान के क्षेत्र में इस साल आखिरी नोबेल पुरस्कार है। औषधि का नोबेल एक जापानी जीव वैज्ञानिक के खाते में गया। नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को घोषित किया जाएगा। अर्थशास्त्र और साहित्य के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा अगले सप्ताह की जाएगी। नोबेल पुरकार 10 दिसंबर को स्टॉकाहोम और ओस्लो में प्रदान किये जायेंगे।

 

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