North Korea ने जापान को आगामी दिनों में उपग्रह प्रक्षेपित करने की जानकारी दी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 30, 2023

उत्तर कोरिया ने सोमवार को पड़ोसी देश जापान को सूचित किया कि वह आने वाले दिनों में एक उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है। यह प्योंगयांग के पहले सैन्य टोही उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने का प्रयास हो सकता है। जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमादा ने जापान के आत्मरक्षा बल को आदेश दिया है कि यदि कोई उपग्रह जापानी क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उसे मार गिराया जाए। देश के तटरक्षक बल के अनुसार, उत्तर कोरिया के जलमार्ग अधिकारियों से मिले नोटिस में कहा गया कि प्रक्षेपण 31 मई से 11 जून के बीच किया जा सकता है। क्षेपण से पीत सागर, पूर्वी चीन सागर और फिलीपीन के लुजोन द्वीप के पूर्व में समुद्री क्षेत्र प्रभावित हो सकता है।

जापान के तटरक्षकों ने मलबा गिरने से संभावित जोखिमों के कारण उक्त तारीखों पर क्षेत्र में पोतों के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है। देश का तटरक्षक बल पूर्वी एशिया में समुद्री सुरक्षा सूचना का समन्वय करता है और उसे आगे भेजता है, इसी कारण उत्तर कोरिया ने यह नोटिस उसे भेजा है। उपग्रह को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने के लिए, उत्तर कोरिया को लंबी दूरी की मिसाइल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना होगा, जिस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों द्वारा प्रतिबंध लगाए गए हैं। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने बताया कि प्रक्षेपण संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन होगा और यह ‘‘जापान, क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की शांति व सुरक्षा के लिए खतरा’’ है।

दक्षिण कोरिया ने सोमवार को चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया यदि संयुक्त राष्ट्र के उन प्रस्तावों का उल्लंघन करता है, जिनके तहत उस पर बैलिस्टिक प्रौद्योगिकी इस्तेमाल कर प्रक्षेपण करने संबंधी प्रतिबंध है, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। दक्षिण कोरिया ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी सरकार उत्तर कोरिया को क्षेत्र में शांति के लिए खतरा पैदा कर सकने वाले उकसावे के खिलाफ कड़ी चेतावनी देती है और उससे अपनी अवैध प्रक्षेपण योजना को तुरंत वापस लेने का आग्रह करती है।’’

इस महीने की शुरुआत में, उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने खबर दी थी कि देश के नेता किम जोंग-उन ने अपने देश के एयरोस्पेस केंद्र में तैयार एक सैन्य जासूसी उपग्रह का निरीक्षण किया और उपग्रह से जुड़ी प्रक्षेपण योजना को मंजूरी दे दी। सोमवार को जारी प्रक्षेपण संबंधी नोटिस में यह नहीं बताया गया कि किस प्रकार के उपग्रह का प्रक्षेपण किया जाएगा। सोमवार को बाद में टेलीफोन पर बातचीत में, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के प्रमुख परमाणु दूतों ने उत्तर कोरियाई उपग्रह प्रक्षेपण के लिए एकजुट, दृढ़ अंतरराष्ट्रीय जवाब को लेकर सहयोग करने पर सहमत हुए।

उत्तर कोरिया की घोषणा के बाद उसके मुख्य सहयोगी चीन ने बातचीत के जरिए राजनीतिक समाधान का आह्वान किया। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप में आज जैसी स्थिति है, उसके पीछे वजह है। हम आशा करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष इस मुद्दे पर गहनता से विचार करेंगे और एक राजनीतिक समाधान के लिए प्रयास करेंगे। इसके साथ, संतुलित तरीके से सार्थक बातचीत के माध्यम से एक-दूसरे की जायज चिंताओं को दूर करेंगे।

प्रमुख खबरें

पुलवामा हमले के वक्त Modi फिल्म की शूटिंग करने में व्यस्त थे : Farooq Abdullah

South China Sea में परिचालन संबंधी तैनाती के लिए भारतीय नौसेना के तीन पोत Singapore पहुंचे

China के राष्ट्रपति ने वरिष्ठ राजनयिक Xu Feihong को भारत में अपना नया राजदूत नियुक्त किया

Sikh अलगाववादी नेता की हत्या की कथित साजिश में भारत की जांच के नतीजों का इंतजार : America