By अनन्या मिश्रा | Aug 08, 2025
अक्सर घरों में माता-पिता या बड़े-बजुर्गों द्वारा बच्चों में किसी न किसी तरह का भेदभाव कर जाते हैं। चाहे वह तोहफों को लेकर हो, प्यार दिखाने में हो या जिम्मेदारियां बांटने में हो। रक्षाबंधन के दिन ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। सभी भाई-बहनों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
रक्षाबंधन पर उपहार देने की एक परंपरा होती है। ऐसे में महंगी चीजों की उम्मीदें न रखें। बल्कि प्यार और भावना से दिए गए उपहार की अहमियत रखें। उपहार की कीमत से रिश्ते की कीमत को कम न करें।
रक्षाबंधन के दिन गलतियों, पुरानी लड़ाइयों या शिकायतों को याद करने से बचना चाहिए। रक्षाबंधन का दिन नई शुरूआत और माफ करने का दिन है। पुरानी बातों को याद करने से रिश्ते में फिर से दरार आ सकती है। इसलिए इस दिन सकारात्मक रहें और एक-दूसरे के प्रति प्यार जाहिर करें।
भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार हम अपने रिश्तों के समय नहीं दे पाते हैं। रक्षाबंधन के दिन ऐसा नहीं करना चाहिए। यह सिर्फ रस्म निभाने का दिन नहीं है, बल्कि साथ में अच्छा समय बिताने का भी दिन है। इस दिन भाई-बहन आपस में बात करें और पुरानी और अच्छी यादों को ताजा करें।
बता दें कि भाई-बहन का रिश्ता बहुत अनमोल होता है। इस बात को हमेशा याद रखना चाहिए।
कई बार भाई-बहनों में अनजाने में एक-दूसरे को लेकर जलन की भावना आ जाती है। इसलिए करियर, शिक्षा या फिर किसी अन्य चीज को लेकर एक-दूसरे को खुद से बेहतर साबित करने का प्रयास न करें।
रक्षाबंधन के शुभ मौके पर तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए। इससे आपके रिश्ते में दरार पड़ सकती है।
रक्षाबंधन के शुभ मौके पर भाई-बहन को लाल, पीले या फिर किसी अन्य रंग के कपड़े पहनने चाहिए। लेकिन गलती से भी इस दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।