By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 20, 2020
नागपुर। वंचित बहुजन आघाडी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने सोमवार को कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) कवायद दुर्भावना से प्रेरित है जिसका उद्देश्य देश के लोगों की जाति और विचाराधारा के बारे में सूचना प्राप्त करना है। केंद्र ने 24 दिसम्बर को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करने के लिए 3941.35 करोड़ रुपये मंजूर किये थे। सरकार के अनुसार एनपीआर ‘‘सामान्य निवासियों’’ की एक सूची है। ‘‘
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सामान्य निवासी’’ को ऐसे व्यक्ति के तौर पर परिभाषित किया गया है जो स्थानीय क्षेत्र में पिछले छह महीने या इससे अधिक समय से रह रहा है या एक ऐसा व्यक्ति जो उस क्षेत्र में अगले छह महीने या उससे अधिक समय रहना चाहता है? आंबेडकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रत्येक परिवार की जाति या विचारधारा के बारे में सूचना प्राप्त करना है। यह नरेंद्र मोदी सरकार का दुर्भावना से प्रेरित कदम है। वंचित बहुजन आघाडी प्रमुख ने आर्थिक ‘‘कुशासन’’ के लिए केंद्र की आलोचना की और कहा कि वह राजस्व में कमी से निपटने के लिए नवरत्न कंपनियों जैसी उच्च मूल्य की परिसम्पत्तियों को बेच रही है।