मंडी हाउस पर CAA और NRC के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन
छात्रों ने नारेबाजी करते हुए लुटियन दिल्ली से मार्च निकाला। इस दौरान पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। छात्रों ने शाहीन बाग और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शनकारियों की सराहना की, जो सीएए के खिलाफ करीब एक माह से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं।
नयी दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने राष्ट्रीय राजधानी के मंडी हाउस से जंतर मंतर तक मार्च किया। अलग-अलग विश्वविद्यालयों के छात्र मंडी हाउस में इकट्ठा हुए और उन्होंने सीएए से ‘आजादी’ के नारे लगाए। इस दौरान छात्र पोस्टर भी लिए हुए थे जिन पर ‘‘हम सीएए के खिलाफ एकजुट हैं’’, ‘‘अगर तुम डीसेंट (सभ्य) होते तो डिसेंट (असंतोष) को समझते’’ और ‘धर्मनिरपेक्षता जिंदाबाद, सांप्रदायिकता मुर्दाबाद’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
Delhi: Protest march being held by All India Students Association (AISA) and other organisations against #CAA, NRC & NPR, at Mandi House. Former JNU student and activist Umar Khalid also present. pic.twitter.com/PYqIPROHGQ
— ANI (@ANI) January 20, 2020
छात्रों ने नारेबाजी करते हुए लुटियन दिल्ली से मार्च निकाला। इस दौरान पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। छात्रों ने शाहीन बाग और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शनकारियों की सराहना की, जो सीएए के खिलाफ करीब एक माह से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं। आम्बेडकर विश्वविद्यालय में शोधार्थी दिनेश कुमार ने कहा, ‘‘केन्द्र इस बारे में चयनात्मक हो रहा है कि किन अल्पसंख्यक समुदायों को नागरिकता देनी है। यह चयनात्मक रुख क्यों है? यहां नागरिकता का संबंध धर्म से क्यों है? और जो नास्तिक है उसका क्या?’’
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जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और छात्र नेता कंवलप्रीत कौर के साथ मिल कर मार्च की अगुवाई की। बालाजी के कहा, ‘‘हम उच्चतम न्यायालय से असंवैधानिक सीएए को रद्द करने की मांग करते हैं। हम संविधान को बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।’’
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