By रेनू तिवारी | Jul 17, 2025
कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियों ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद का आह्वान किया है, क्योंकि बालासोर में एफएम स्वायत्त कॉलेज के परिसर में उत्पीड़न के आरोपी शिक्षक के खिलाफ अपनी शिकायत को नजरअंदाज किए जाने के बाद एक लड़की ने खुद को आग लगा ली थी, जिससे उसकी मौत पर हर तरफ शोक और आक्रोश फैल गया है। वहीं दूसरी तरफ फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज परिसर में आत्मदाह करने वाली 20 वर्षीय छात्रा के बड़े भाई ने बुधवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और उसके परिजनों को साइबर उत्पीड़न से सुरक्षा दिए जाने की मांग की।
कॉलेज परिसर में आत्मदाह करने के कारण छात्रा की अस्पताल में मौत हो गई थी। छात्रा के भाई ने बालासोर जिले के भोगराई थाने में शिकायत दर्ज कराई, जहां उसने कम से कम चार लोगों का नाम लिया और आरोप लगाया कि चारों लोग ‘डिजिटल’ मंचों के माध्यम से उसके परिवार को परेशान कर रहे थे।
शिकायत में नामजद चार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए भाई ने यह भी धमकी दी कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार सामूहिक आत्महत्या कर लेगा। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि सोशल मीडिया मंचों पर उनके परिवार के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां की जा रही है और कुछ लोग इस त्रासदी का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने कहा कि फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की एक युवा छात्रा के असामयिक निधन की खबर सुनकर वह स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा, "उनका निधन केवल एक त्रासदी नहीं है - यह हमारे परिसरों की सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता की एक स्पष्ट याद दिलाता है। कानून अपना कठोरतम कदम उठाएगा। ज़िम्मेदार लोगों को कठोरतम दंड मिलेगा।"
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कहा कि सरकार द्वारा सभी ज़िम्मेदारियाँ निभाने और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के अथक प्रयासों के बावजूद, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। माझी ने कहा, "मैं मृतक छात्रा के परिवार को आश्वस्त करता हूँ कि इस मामले में सभी दोषियों को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलेगी।"