By अंकित सिंह | Mar 12, 2022
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बड़ी बढ़त बना ली है। भाजपा 273 सीटों के साथ सरकार बनाते हुए दिखाई दे रही है। हालांकि 2017 में भाजपा के साथ सरकार में शामिल होने वाले ओमप्रकाश राजभर इस बार समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में थे। इस बार ओमप्रकाश राजभर लगातार उत्तर प्रदेश की राजनीति में सुर्खियों में थे। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर उनकी पार्टी चुनावी मैदान में थी। ओमप्रकाश राजभर लगातार अखिलेश यादव का इस बार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहे थे। खुद गाजीपुर के जहुराबाद सीट से चुनावी मैदान में थे। सबकी निगाहें जहुराबाद सीट पर टिकी हुई थी। जहुराबाद से ओमप्रकाश राजभर ने बड़ी जीत हासिल की है।
ओमप्रकाश राजभर को 114151 वोट मिले वहीं भाजपा के कालीचरण को 68920 वोट मिले। दूसरी और ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर भारी-भरकम वोटों से हार गए हैं। कुल मिलाकर देखें तो सुभासपा इस बार के विधानसभा चुनाव में 6 सीटें जीतने में कामयाब रही। सुभासपा गाजीपुर के जहुराबाद और जखनिया सीट पर विजयी रही। इसके अलावा बलिया के बेल्थरा रोड में एक प्रत्याशी विजयी रहे। जौनपुर के जफराबाद और बस्ती के महादेवा सीट पर भी सुभासपा प्रत्याशी जीत हासिल किया। मऊ (सदर) सीट पर सुभासपा प्रत्याशी विजयी रहा। 2017 के मुकाबले भाजपा की सीटों में दो की बढ़ोतरी हुई हो लेकिन समाजवादी पार्टी गठबंधन के लिए सीटें काफी कम हैं। अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का दावा ठोकने वाले ओमप्रकाश राजभर खाली हाथ रह गए।
ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के वोट प्रतिशत में इजाफा देखने को मिला। पूर्वांचल की कई सीटों पर भी प्रभाव रहा। ओमप्रकाश लगातार चुनाव से पहले अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर रहे थे। वे दावा कर रहे थे कि 10 मार्च के बाद उत्तर प्रदेश की जनता योगी आदित्यनाथ को वापस गोरखपुर के मठ भेजेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सपा गठबंधन की हार पर राजभर ने कहा कि जहां जहां हम काम कर रहे हैं थे वहां हमें जीत मिली है। जहां हम हारे हैं वहां की समीक्षा करेंगे। आपको बता दें कि 2017 के चुनाव में ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा से गठबंधन किया था और पार्टी को 4 सीटें मिली थी। यूपी सरकार ने ओमप्रकाश राजभर मंत्री भी रहे हैं।