By रितिका कमठान | May 07, 2025
पहलगाम आतंकवादी हमला जो 22 अप्रैल को हुआ था। इस हमले का बदला भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर से लिया है। पहलगाम हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने बुधवार को भारत की कार्रवाई की सराहना की, जब वायुसेना ने तड़के पाकिस्तान में कई आतंकवादी स्थलों पर सटीक हवाई हमले किए।
अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए नरवाल ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में जब भी मीडिया ने मुझसे पूछा कि मैं भारत सरकार से क्या चाहता हूं, तो मैंने उनसे कहा कि मुझे उन पर भरोसा है और वे अपना काम कर रहे हैं।"
“आज वह दिन है जब कार्य निष्पादित किया गया है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, वे उन्हें वापस नहीं पा सकते, लेकिन हम चाहते थे कि इस तरह की कार्रवाई से एक बड़ा संदेश जाए। मुझे लगता है कि वे (पाकिस्तान) इस कार्रवाई को कभी नहीं भूलेंगे।'
लेफ्टिनेंट नरवाल की उनकी पत्नी हिमांशी के सामने बलसरन घास के मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वे शादी के छह दिन बाद ही छुट्टियों पर थे। पिता ने भारतीय अभियान के शीर्षक ‘सिंदूर’ की भी सराहना की और कहा कि जिन 26 महिलाओं ने अपने पतियों/साथियों को खो दिया है, उन्हें इससे निश्चित रूप से सांत्वना मिलेगी।
हमले के बारे में जानें यहां
इस हमले के बाद रक्षा मंत्रालय ने देर रात एक बजकर 44 मिनट पर एक बयान में इस हमले की जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘कुछ समय पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में उन आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला करते हुए ऑपरेशन सिन्दूर शुरू किया जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों का मंसूबा बनाया गया और इसे निर्देशित किया गया।’’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय मिसाइल हमलों को ‘‘युद्ध की कार्रवाई’’ करार दिया और कहा कि उनके देश को ‘‘उचित जवाब’’ देने का पूरा अधिकार है।
बयान में कहा गया कि भारत ने इस कार्रवाई में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया है। भारत ने लक्ष्य के चयन और क्रियान्वयन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।’’ इसमें कहा गया कि भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई केंद्रित और नपी-तुली थी। साथ ही यह ध्यान रखा गया है कि यह और न बढ़े। सूत्रों ने कहा कि सभी नौ ठिकानों पर हमले सफल रहे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ की बारीकी से निगरानी की।