By नीरज कुमार दुबे | Sep 11, 2024
पाकिस्तान है कि मानता नहीं। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया को बाधित करने के लिए पड़ोसी देश की ओर से हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में कभी आतंकवादियों से घुसपैठ का प्रयास करवाया जा रहा है तो कभी संघर्षविराम का उल्लंघन कर भारतीय सुरक्षा बलों का ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन हमारे सतर्क सुरक्षा बल दुश्मन के हर मंसूबे को विफल कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि पाकिस्तानी सैनिकों ने मंगलवार देर रात संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू सीमा पर स्थित भारतीय चौकियों पर बिना उकसावे के गोलीबारी की जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘रात करीब दो बजकर 35 मिनट पर सीमा पार से बिना उकसावे के अखनूर इलाके में गोलीबारी की गई, जिसका बीएसएफ ने माकूल जवाब दिया। पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया।’’ उन्होंने बताया कि जवान ‘हाई अलर्ट’ पर हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
हम आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी 2021 को संघर्ष विराम समझौते को नवीनीकृत किया था और उसके बाद से दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं यदा-कदा ही हुईं हैं। पिछले वर्ष रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था। संघर्ष विराम उल्लंघन की यह घटना 18 सितंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले हुई है। हम आपको बता दें कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होगा। हम आपको यह भी बता दें कि अभी एक दिन पहले ही बीएसएफ के आईजी ने सीमाई क्षेत्रों का दौरा कर सुरक्षा हालात का जायजा लिया था और मीडिया से बातचीत में कहा था कि हमारे जवान सतर्क नजर बनाये हुए हैं।