अप्रैल में 77 आतंकी हमलों से थर्राया पाकिस्तान, 70 लोगों की जान गई, ताजा रिपोर्ट में दावा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 02, 2024

इस्लामाबाद। इस्लामाबाद स्थित एक थिंक टैंक की सुरक्षा आकलन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मार्च महीने में 56 आतंकी हमले होने के बाद पाकिस्तान में अप्रैल में अलग-अलग स्थानों पर 77 हमले हुए जिनमें 70 लोगों की जान चली गई। डॉन न्यूज़ की खबर में बृहस्पतिवार को कहा गया है कि ‘‘पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज’’ (पीआईसीएसएस) की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में खैबर पख्तूनख्वा में भारी नुकसान हुआ है। इन हमलों में 35 नागरिक और 31 सुरक्षा कर्मियों समेत 70 लोग मारे गए हैं। 


खबर में कहा गया है कि रिपोर्ट के अनुसार, हमलों के दौरान चार आतंकी मारे गए और 32 नागरिक तथा 35 सुरक्षा कर्मी हमले में घायल हुए हैं। तुलनात्मक रुप से, मार्च में 56 आतंकी हमले हुए जिनमें 77 मौत हुईं और 67 लोग घायल हुए थे। इससे पाकिस्तान में आतंकी हमलों में 38 प्रतिशत वृद्धि का संकेत मिलता है। हालांकि मृत्यु दर में नौ प्रतिशत की कमी देखी गई है लेकिन घायलों की संख्या कोई बदलाव नहीं हुआ है। सुरक्षा रिपोर्ट में पूरे महीने संभावित हमलों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा किए गए प्रयासों को भी रेखांकित किया गया है। हमले के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 55 संदिग्ध आतंकी मारे गए और 12 गिरफ्तार किये गये हैं। इनमें बाशम आत्मघाती हमले के दोषी भी शामिल हैं। 


मार्च की तुलना में, आतंकियों के मारे जाने के मामले 55 प्रतिशत बढ़े हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अप्रैल में हुए कुल आतंकी हमलों में से 73 प्रतिशत हमले खैबर पख्तूनख्वा में हुए हैं। प्रांत के आदिवासी जिले भी हमलों का शिकार हुए हैं। पिछले महीने इस इलाके में 56 हमलों की खबर थी। रिपोर्ट के अनुसार, हमलों में सुरक्षा बल के 26 जवान और 17 नागरिक मारे गए। घायलों की कुल संख्या 32 थी, जिसमें सुरक्षा बल के 19 जवान और 13 नागरिक थे। केपीके के अंतर्गत मुख्य जिलों में आदिवासी क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा हमले देखे गये हैं। 


केपीके में 31 हमले हुए जिसमें 25 लोगों की जान गई और 10 घायल हुए। दक्षिणी जिले डी.आई. खान, लक्की मरवत, बन्नू और टैंक सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से हैं। डी.आई खान और लक्की मरवत में सात, बन्नू में छह और टैंक में दो आतंकी हमले हुए। पूरे केपीके में इन जिलों को मिलाकर 71 प्रतिशत हमले हुए है। इसके अलावा पेशावर में चार हमले, स्वात, स्वाबी, चरसद्दा, शांगला और बट्टाग्राम में 1-1 हमला हुआ। केपीके के आदिवासी जिलों में पीआईसीएसएस के अनुसार कम से कम 25 हमले हुए जिनमें 18 लोगों की जान गई और 22 लोग घायल हुए हैं। 


उत्तर वजीरिस्तान, बाजौर और दक्षिण वजीरिस्तान भी आतंकी हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं जहां क्रमश: नौ, पांच और चार हमले हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में 16 हमले हुए। इन हमलों में 21 लोगों की जान गई। इनमें 17 नागरिक और चार सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। हमले में 31 लोग घायल हुए हैं। ज्यादातर हमले प्रांत की बलोच पट्टी के दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी भाग में हुए है। विशेष रुप से तीन हमले खुजदार में हुए। 

 

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केज़, कोहलु, क्वेटा में दो दो हमले और चमन, डेरा बुगती, डुकी, कलट, खारन, मस्तंग और नुश्की में 1-1 हमले हुए हैं। पंजाब प्रांत में अप्रैल माह में कुल चार हमले हुए जिनमें तीन लोगों की जान गई। यहां मार्च में केवल एक हमला हुआ था। सिंध प्रांत में एक हमला हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि साल के शुरुआती चार महीने में पाकिस्तान ने 323 आतंकी हमलों का सामना किया जिनमें 324 लोगों की मौत हुई और 387 लोग घायल हुए हैं।

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