पारंपरिक सिगरेट से ज्यादा खतरनाक है ई-सिगरेट क्योंकि इसमें निकोटिन की मात्रा कम नहीं होती लेकिन एक भ्रम फैलाया गया है कि इसमें कम निकोटिन होता है। इसमें मौजूद कई रसायन कैंसर को बढ़ावा देने वाले होते हैं। यह कम उम्र के युवाओं में लोकप्रिय हैः फिरोज वरुण गांधी, बीजेपी#WinterSession pic.