रेल यात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर लौटेंगे टिकट के पूरे पैसे

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 14, 2020

नयी दिल्ली। रेलवे ने कहा है कि कोरोना वायरस के लक्षण होने के कारण जिन यात्रियों को रेलगाड़ी में सफर करने की अनुमति नहीं दी जा रही है, उन्हें टिकट के पूरे पैसे लौटाए जाएंगे। गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सभी यात्रियों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी और केवल ऐसे लोगों को ही ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी, जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं होंगे। 

इसे भी पढ़ें: यात्रीगण कृपया ध्यान दें! 30 जून तक के सभी रेग्युलर ट्रेनों के टिकट कैंसिल, पूरा पैसा रिफंड 

आदेश में कहा गया कि अगर जांच के दौरान यात्री के शरीर का तापमान अधिक है अथवा उसमें कोविड-19 के लक्षण आदि दिखाई देते हैं तो कन्फर्म टिकट होने के बावजूद उसे यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे मामले में यात्री को टिकट के पूरे पैसे लौटाए जाएंगे। इसमें कहा गया कि अगर कई यात्रियों ने एक ही टिकट में अपनी बुकिंग कराई हैं और उनमें से एक यात्री को सफर करने के लिए अयोग्य पाए जाने पर अन्य यात्री भी यात्रा नहीं करना चाहते, तो उस टिकट का पूरा पैसा लौटाया जाएगा। इसी तरह, अगर एक यात्री के अयोग्य पाए जाने के बाद समूह के अन्य लोग यात्रा करना चाहते हैं तो केवल एक यात्री का किराया वापस किया जाएगा। 

इसे भी पढ़ें: दिल्ली से विशेष ट्रेन बेंगलुरु पहुंची, यात्रियों को 14 दिन तक रहना होगा पृथक-वास में 

आदेश में कहा गया है, ‘‘इन सभी उक्त मामलों में मौजूदा प्रक्रिया के तहत प्रवेश एवं जांच स्थानों पर यात्रियों के लिए टीटीई प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिनमें एक या अधिक यात्रियों में कोविड-19 के लक्षणों के कारण यात्रा नहीं कर पा रहे यात्रियों की संख्या का जिक्र होगा।’’ इसमें कहा गया है कि यात्रा नहीं कर पाने वाले यात्री का पूरा किराया आईआरसीटीसी द्वारा ग्राहक के खाते में भिजवाया जाएगा।

इसे भी देखें : महाराष्ट्र-मप्र की सीमा पर रोके जाने के बाद यूपी के प्रवासी मज़दूरों ने किया विरोध 

प्रमुख खबरें

टीम इंडिया में बड़ा फेरबदल: गिल बाहर, टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले चयनकर्ताओं का चौंकाने वाला फैसला

भारत का 1 ट्रिलियन डॉलर निर्यात लक्ष्य मुश्किल, वैश्विक मंदी बनी बड़ी चुनौती

Odisha में माओवादी शीर्ष नेता गणेश उइके ढेर, गृह मंत्री अमित शाह बोले - नक्सल मुक्त भारत की ओर बड़ा कदम

17 साल बाद लौटे तारिक रहमान, बांग्लादेश की राजनीति में लोकतंत्र की रक्षा का नया दांव