By अंकित सिंह | Mar 08, 2022
रूस और यूक्रेन के बीच 13 दिन भी युद्ध जारी है। माना जा रहा है कि इस युद्ध की वजह से लोगों पर महंगाई की मार पड़ सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस युद्ध की वजह से क्रूड ऑयल की कीमतों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है। सबके बीच भारत में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि चुनावी नतीजों के बाद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी इजाफा देखने को मिल सकता है। इसी को लेकर आज पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से सवाल किया गया। हरदीप पुरी ने कहा कि तेल की कीमतें वैश्विक कीमतों से निर्धारित होती हैं। विश्व के एक हिस्से में युद्ध जैसे हालात हैं। उन्होंने कहा कि इससे तेल कंपनियां भी प्रभावित होंगी।
आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होने को लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘लोगों को अपनी गाड़ी का टैंक फुल करवा लेना चाहिए’’ क्योंकि मोदी सरकार का ‘‘चुनावी ऑफर’’ खत्म होने जा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘फटाफट पेट्रोल टैंक फुल करवा लीजिए। मोदी सरकार का ‘चुनावी ऑफर’ ख़त्म होने जा रहा है।’’ कांग्रेस नेताओं का दावा है कि उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पिछले कुछ सप्ताह से पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं और चुनाव संपन्न होने के बाद इसमें बढ़ोतरी होगी।