By अभिनय आकाश | Sep 12, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने अपने परिसर की सुरक्षा कड़ी करते हुए एक बड़ा आदेश जारी किया है। शीर्ष अदालत परिसर के उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में अब फ़ोटोग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी पूरी तरह से प्रतिबंधित है। 10 सितंबर को जारी एक सर्कुलर में सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में फ़ोटो लेने या वीडियो रिकॉर्ड करने की अनुमति नहीं होगी। यह आदेश सर्वोच्च न्यायालय की सुरक्षा तथा प्रतिदिन शीर्ष न्यायालय परिसर में आने वाले लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिया गया है। 10 सितंबर को जारी एक परिपत्र में सर्वोच्च न्यायालय प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में फ़ोटो लेने या वीडियो रिकॉर्ड करने की अनुमति नहीं होगी। नए नियमों में विशेष रूप से तस्वीरें या वीडियो लेने के लिए मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल पर रोक है, जबकि कैमरे, ट्राइपॉड और सेल्फी स्टिक का भी इस्तेमाल वर्जित है।
आदेश में आगे कहा गया है कि पत्रकारों को केवल निम्न-सुरक्षा क्षेत्र के लॉन में ही साक्षात्कार और लाइव प्रसारण करने की अनुमति होगी। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी वकील, वादी, प्रशिक्षु या विधि लिपिक पर बार एसोसिएशन या संबंधित राज्य बार काउंसिल द्वारा कार्रवाई की जाएगी। मीडिया कर्मियों के लिए, उल्लंघन करने पर एक महीने तक के लिए उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्री कर्मचारियों और अन्य विभागीय कर्मचारियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी, और उनकी ओर से नियमों का उल्लंघन करने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।