By रेनू तिवारी | Aug 01, 2025
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के एमडी और सीईओ गिरीश कौसगी ने कंपनी के बाहर अवसरों का लाभ उठाने के लिए तीन साल के कार्यकाल के बाद अपना इस्तीफा दे दिया है। वह 28 अक्टूबर 2025 से अपने पद से हट जाएंगे। निदेशक मंडल ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए कहा कि कौसगी 28 अक्टूबर 2025 से कंपनी की अनुषंगी कंपनियों पीएचएफएल होम लोन्स एंड सर्विसेज लिमिटेड और पीईएचईएल फाउंडेशन के निदेशक मंडल में निदेशक नहीं रहेंगे।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के शेयर शुक्रवार, 1 अगस्त को 16% तक गिर गए, जब कंपनी के एमडी और सीईओ गिरीश कौसगी ने गुरुवार को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। गिरीश कौसगी को अक्टूबर 2022 में चार साल के कार्यकाल के लिए सीईओ नियुक्त किया गया था। उनकी नियुक्ति के समय से लेकर अब तक, पीएनबी हाउसिंग के शेयरों में 3.2 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है, जो नवंबर 2022 के ₹370 के निचले स्तर से बढ़कर ₹1,200 के हालिया उच्च स्तर पर पहुँच गया है।
शुक्रवार सुबह एक्सचेंजों पर अपलोड की गई एक एक्सचेंज फाइलिंग में, पीएनबी हाउसिंग के प्रबंधन ने कहा कि रणनीतिक प्राथमिकताएँ, व्यावसायिक फोकस और विकास की गति पूरी तरह से बरकरार है और प्रबंधन एक नए सीईओ की नियुक्ति के लिए चयन प्रक्रिया शुरू करेगा। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस पर अपनी "ओवरवेट" सिफारिश बरकरार रखी, लेकिन इसके मूल्य लक्ष्य को पहले के ₹1,300 से घटाकर ₹1,100 कर दिया। इसने अपने नोट में लिखा कि कौसगी के इस्तीफे से कंपनी की विकास योजनाओं पर अनिश्चितताएं पैदा हो गई हैं।
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने शेयर बाजार को शुक्रवार को दी सूचना में कहा कि कंपनी इस बात की पुष्टि करती है कि वह अपनी रणनीतिक व व्यवसायिक प्राथमिकताओं और वृद्धि को लेकर प्रतिबद्ध है..जिसकी नींव रखने में कौसगी ने मदद की। निदेशक मंडल की नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति के चेयरमैन आर. चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी नेृतत्व पद पर नई नियुक्ति के लिए कठोर, पारदर्शी और योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया शुरू करेगी जो पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस की विरासत को और आगे बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें विश्वास है कि हम जल्द ही एक उपयुक्त पेशेवर का चयन करेंगे जो हमारी रणनीतिक दिशा एवं दीर्घकालिक मूल्य सृजन को और गति देगा।’’ पंजाब नेशनल बैंक द्वारा प्रवर्तित पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, भारत की तीसरी सबसे बड़ी ‘हाउसिंग फाइनेंस’ कंपनी है।