By अंकित सिंह | Sep 09, 2025
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर के आप अध्यक्ष और विधायक मेहराज मलिक को जम्मू-कश्मीर लोक सुरक्षा अधिनियम 1978 (पीएसए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मलिक को उनकी गतिविधियों के कारण सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने में बाधा पहुंचने का आरोप लगाया गया था। आप नेता सुरिंदर सिंह शिंगारी ने कहा कि किसी विधायक पर पीएसए लगाना सही नहीं है। इसे हटाया जाना चाहिए और उन्हें रिहा किया जाना चाहिए... कोई भी संगठन इस कार्रवाई को सही नहीं ठहरा सकता।
अपने बेटे और आप जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष मेहराज मलिक की गिरफ्तारी पर शमास दीन मलिक ने कहा कि अब अदालत फैसला करेगी...डीसी साहब (डोडा के डिप्टी कमिश्नर) के साथ झगड़ा हुआ था...उन पर पीएसए के तहत गलत आरोप लगाए गए हैं। मेहराज मलिक को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने के बाद उन पर गलत सूचना फैलाने, आतंकवादियों का महिमामंडन करने और महिलाओं के खिलाफ अभद्र का इस्तेमाल करने जैसे आरोप लगाए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपों का उल्लेख केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस के ‘डोजियर’ (रिपोर्ट) में किया गया है। मलिक को सोमवार को उनके डोडा निर्वाचन क्षेत्र में इस कड़े कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। इस कानून के तहत कुछ मामलों में बिना आरोप या सुनवाई के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है। डोडा के उपायुक्त हरविंदर सिंह द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में विधायक के खिलाफ कई आरोपों का विवरण दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मलिक को समुदाय के शांतिपूर्ण अस्तित्व के लिए एक ‘आसन्न खतरा’ माना जाता है। इसमें यह भी दावा किया गया है कि मलिक को ‘सरकारी अधिकारियों सहित लोगों को धमकियां देने और शारीरिक हमला करने की आदत है।’