By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 10, 2016
मास्को। रूस में सुरक्षा एजेंसियों को व्यापक अधिकार प्रदान करने वाले एक नये विवादित कानून के खिलाफ यहां करीब 1,000 से ज्यादा लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। तेजतर्रार सांसद इरीना यारोवाया द्वारा पेश आतंकवादरोधी संशोधन से दक्षिणपंथी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा। यह संशोधन गंभीर अपराध की रपट देने में विफल रहने वाले सुरक्षा अधिकारियों को कारावास और दूरसंचार कंपनियों को एक माह का कॉल-रिकार्ड रखने को बाध्य करता है।
राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने पिछले माह इस संशोधित अधिनियम पर हस्ताक्षर किये। विरोध करने वाले प्रदर्शनकारी मंगलवार को मास्को के सोकोलनिकी पार्क में एकत्रित हुये और इस नये कानून की निंदा की। उन्होंने अगले माह होने वाले संसदीय चुनाव से पहले विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए क्रेमलिन के प्रयासों की भी भर्त्सना की। विपक्षी नेता एलेक्सेई नावालनी ने गर्मजोशी से अपने भाषण में कहा कि यह विपक्षियों के सड़कों पर उतर आने का समय है और ‘सबकुछ हम पर निर्भर है।’
उल्लेखनीय है कि 2011-12 के दौरान पुतिन के विरोध में व्यापक विरोध प्रदर्शन आयोजित करने में एलेक्सेई ने मुख्य भूमिका निभाई थी। विपक्षी कार्यकर्ता इल्या याशिन ने नये कानून को ‘सरकार के डर का प्रतिबिंब’ बताया है।