By अंकित सिंह | Oct 10, 2023
पुडुचेरी की परिवहन मंत्री चंद्रा प्रियंका ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए मंगलवार को मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा ऐसे समय आया है जब केंद्र शासित प्रदेश राजनीतिक अनिश्चितताओं और नेतृत्व परिवर्तन से जूझ रहा है। इस्तीफे से राजनीतिक हलकों में पुडुचेरी में सरकार की स्थिरता को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है, क्योंकि सत्तारूढ़ दल के पास विधानसभा में मामूली बहुमत है। कैबिनेट या राजनीतिक पुनर्गठन में कोई भी संभावित फेरबदल केंद्र शासित प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि वह अब षडयंत्रकारी राजनीति से नहीं लड़ सकतीं और उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से माफी मांगी। उन्होंने कहा, "आम तौर पर कहा जाता है कि निचले समाज की महिलाएं अगर राजनीति में आएंगी तो उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। मैं मिले अवसरों का पूरा फायदा उठाकर लोगों के लिए दिन-रात काम कर रही हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे एहसास हुआ कि भले ही मैं लोगों के प्रभाव से मंच पर आती हूं, लेकिन साज़िश की राजनीति और पैसे के बड़े राक्षस के सामने लड़ना इतना आसान नहीं है। मुझे लगातार जाति और लिंग के आधार पर हमले का सामना करना पड़ा।''
विशेष रूप से, वह 41 वर्षों में 2021 में केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित होने वाली पहली महिला मंत्री थीं। चंद्रा प्रियंका के पिता चंद्रकासु 6 बार नेदुंगडु निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे हैं। विभिन्न विभागों की मंत्री रहने के बाद अपने पिता के निधन के बाद 2016 में उन्होंने पहली बार नेदुंगडु निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।