कानून व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर भड़कीं राबड़ी देवी, कहा- योगी को ही बना दीजिए बिहार का सीएम

By अंकित सिंह | Mar 30, 2022

बिहार में लगातार कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है। विपक्ष का आरोप है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिलहाल बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अपराधी लोगों की हत्या कर रहे हैं। इसके अलावा शराबबंदी कानून को लेकर भी विपक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। खुद नीतीश कुमार की सहयोगी पार्टी भाजपा भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रही है। इन सब के बीच भाजपा की ओर से बिहार में योगी मॉडल को लागू करने की मांग की जा रही है। वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने भी कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। भाजपा विधायकों की योगी मॉडल वाली मांग पर राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश चले जाएं और यहां योगी आदित्यनाथ को बिहार ले आएं। कौन रोक रहा है। डबल इंजन की सरकार है। राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि सरकार ने अफसरों के भरोसे सब कुछ छोड़ दिया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में ऐसा कोई जिला नहीं है जहां रोज हत्या या लूट की घटना नहीं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पूरी तरह से कमजोर है। अगर यह मजबूत सरकार रहती तो इस तरह की घटना नहीं होती।

 

इसे भी पढ़ें: नीतीश ने नहीं दिया साथ, RJD ने भी नहीं लिया हाथों-हाथ, अब अखिलेश की शरण में निषाद!


पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शराबबंदी को लेकर भी नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। राबड़ी देवी ने कहा कि शराबबंदी कहां है? सब जगह तो (शराब) मिल ही रही है। सरकार सक्षम नहीं है, अगर सरकार सक्षम होती तो हम मदद करते। सरकार ने ही पूरी छूट दी हुई है। राबड़ी देवी ने साफ तौर पर कहा कि सरकार के कंट्रोल में कुछ भी नहीं रहा है। बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में शराब की होम डिलीवरी हो रही है और जो लोग शराब बंदी कानून का पालन कर रहे हैं उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।

प्रमुख खबरें

KKR vs DC IPL 2024: सॉल्ट और चक्रवर्ती के तूफान में उड़ी दिल्ली, कोलकाता की शानदार जीत

कनाडा और उड़ानों, वायु मार्गों को जोड़ने के लिए भारत के साथ काम कर रहा : PM Trudeau

भीषण गर्मी के बीच Jharkhand सरकार ने 8वीं तक की कक्षाएं निलंबित कीं

Ola Mobility के CEO हेमंत बख्शी का इस्तीफा, 10-15 प्रतिशत कर्मचारियों की हो सकती छंटनी