राहुल ने बीजेपी पर टीके को लेकर झूठ बोलने का लगाया आरोप, हर्षवर्धन बोले- अब नही चलेगा भ्रम फैलाने का एजेंडा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 16, 2021

नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि इस वक्त देश में कोरोना रोधी टीकों की कमी पर पर्दा डालने के लिए ‘भाजपा के रोज के झूठ और खोखले नारों’ की जरूरत नहीं है, बल्कि त्वरित और संपूर्ण रूप से टीकाकरण करना समय की मांग है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस के युवराज’ का ‘भ्रम फैलाने का एजेंडा’ अब नहीं चलेगा। कांग्रेस नेता ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘देश को तुरंत व पूर्ण टीकाकरण चाहिए- मोदी सरकार की निष्क्रियता से हुई टीके की कमी को छुपाने के लिए भाजपा के रोज़ के झूठ और खोखले नारे नहीं!‘‘ 

इसे भी पढ़ें: वैक्सीनेशन पर राहुल बोले- पीएम की छवि बचा रही सरकार, लोग चुका रहे जान की कीमत

राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री की झूठी छवि बचाने के लिए केंद्र सरकार की लगातार कोशिशें वायरस को बढ़ावा दे रही हैं और जनता की जान ले रही हैं।’’ उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसमें कथित तौर पर कहा गया है कि कई वैज्ञानिकों ने टीकों की दोनों खुराक के बीच अंतराल बढ़ाने के कदम का समर्थन किए जाने से इंकार किया है। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ‘‘कोविशील्ड की डोज़ के बीच अंतराल बढ़ाने का फ़ैसला पारदर्शी व वैज्ञानिक सबूतों पर आधारित है,लेकिन अतुल्य प्रतिभा के धनी कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी जी के ज्ञान के सामने तो आर्यभट्ट व अरस्तु जैसे विद्वान भी नतमस्तक हो जाएं। वैक्सीन पर भ्रम फ़ैलाने का एजेंडा अब नहीं चलेगा।’’ राहुल गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न राज्यों में जान गंवाने वाले चिकित्सकों का आंकड़ा साझा किया और कहा कि वह इन शहीदों को सलाम करते हैं।

प्रमुख खबरें

Pushkar Dhami के लिए अपनी सीट खाली करने वाले चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतौड़ी का निधन

मेरे पिता को उनकी मां से विरासत में संपत्ति नहीं, शहादत मिली : Priyanka Gandhi

Ruchira Kamboj In United Nations | पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड पर कंबोज ने उठाए सवाल, भारत को कहा सभी धर्मों का देश

न्यायिक अधिकारियों को एडीजे के रूप में पदोन्नति से संबंधित याचिका पर न्यायालय में फैसला सुरक्षित