By Kusum | Sep 15, 2025
रजत पाटीदार की कप्तानी वाली सेंट्रल जोन ने फाइनल में साउथ जोन को 6 विकेट से हराकर दलीप ट्रॉफी 2025 का खिताब जीत लिया। रजत पाटीदार और उनकी टीम को बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले गए मुकाबले के पांचवें दिन दो घंटे से भी कम समय में मैच अपने नाम कर लिया। सेंट्रल जोन ने पहले दिन से ही मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा और साउथ जोन को पहली पारी में महज 149 रनों पर ढेर कर दिया। सारांश जैन को प्लेयर ऑफ द सीरीज से नवाजा गया। जबकि यश राठौड़ प्लेयर ऑफ द मैच बने।
साउथ जोन को छह विकेट से हराकर 11 साल के अंतराल के बाद दलीप ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट का चैंपियन बनने का गौरव सेंट्रल जोन ने हासिल किया। सेंट्रल जोन के सामने 65 रन का मामूनी लक्ष्य था लेकिन साउथ जोन के गेंदबाजों ने उनके बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली। लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था और ऐसे में सेंट्रल जोन को उसे हासिल करने में बहुत ज्यादा परेशानी नहीं हुई। अक्षय वाडकर (नाबाद 19 रन, 52 गेंद) और पहली पारी के शतकवीर यश राठौड़ (नाबाद 13 रन, 16 गेंद) तब क्रीज पर थे, जब मध्य क्षेत्र ने 20.3 ओवर में चार विकेट पर 66 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया और दलीप ट्रॉफी में अपना सातवां खिताब जीता।
बाएं हाथ के स्पिनर अंकित शर्मा ने दानिश मालेवार (05) को आउट किया। उनकी गेंद तेजी से घूमी और बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर मोहम्मद अजहरुद्दीन के पास पहुंची। बाद में उन्होंने सेंट्रल जोन के कप्तान रजत पाटीदार का विकेट भी लिया, जो जल्दबाजी में स्लॉग स्वीप खेलने के चक्कर में मिड-ऑन पर एमडी निधिश के हाथों कैच आउट हो गए।
रविवार को भारत ए टीम में शामिल किए गए तेज गेंदबाज गुरजपनीत सिंह ने शुभम शर्मा और सारांश जैन (जिन्हें बाद में सीरीज का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया) के विकेट चटकाए। मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी राठौड़ और वाडकर ने इसके बाद सेंट्रल जोन को लक्ष्य तक पहुंचाया। पाटीदार का कप्तान के रूप में यह इस वर्ष का दूसरा खिताब है। इससे पहले उन्होंने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को जीत दिलाई थी और वह इससे काफी खुश हैं। उन्होंने मैच के बाद रजत ने कहा कि, हर कप्तान को ट्रॉफी जीतना पसंद होता है। हमारे खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त जज्बा दिखाया और मैं इससे बहुत खुश हूं।
दूसरी तरफ साउथ जोन के कप्तान अजहरुद्दीन ने कहा कि दलीप ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचना उनके लिए लंबे घरेलू सत्र में प्रेरणा का काम करेगा, जो अब 15 अक्टूबर से रणजी ट्रॉफी चरण में प्रवेश करेगा। उन्होंने कहा कि, आगे घरेलू सत्र काफी लंबा है और मुझे पूरा विश्वास है कि हमें यहां मिले अनुभव का फायदा मिलेगा।