हंगामे की बलि चढ़ी राज्यसभा, 2 बजे तक के लिए सदन स्थगित

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 05, 2018

नयी दिल्ली। राज्यसभा में आज सपा सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में कथित फर्जी मुठभेड़ की घटनाओं को लेकर हंगामा किया जिस वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह बैठक शुरू होते ही नरेश अग्रवाल सहित सपा के अन्य सदस्यों ने फर्जी मुठभेड़ की घटनाओं का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी और उन्होंने बैठक सीधे दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

नरेश अग्रवाल ने इस मुद्दे पर नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस दिया था। सभापति नायडू ने इसे नामंजूर कर दिया और कहा कि इस मुद्दे को अन्य नोटिस के तहत उठाया जा सकता है। इसके बाद सपा के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। उधर आप के सदस्य भी आसन के समक्ष आकर हंगामा करने लगे। वे संभवत: दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे थे। किंतु हंगामे के कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे कौन सा मुद्दा उठा रहे हैं।

 

इसी दौरान आंध्र प्रदेश से कांग्रेस सदस्य के पी रामराम राव आसन के समक्ष आकर एक पोस्टर प्रदर्शित करने लगे। पोस्टर पर लिखा था ‘आंध्र प्रदेश के साथ न्याय’। हंगामे के दौरान ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने पश्चिम बंगाल में रेलवे से जुड़ा एक मुद्दा शून्यकाल में उठाये जाने वाले लोक महत्व के विषय के तहत उठाया। हालांकि सदन में शोर के कारण उनकी बात ठीक से सुनी नहीं जा सकी।

 

सभापति नायडू ने हंगामा कर रहे सदस्यों से वापस अपने स्थानों पर लौटने तथा सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में हंगामा नहीं थमा। इस पर नायडू ने कहा कि हंगामा कर रहे सदस्य नहीं चाहते कि सदन चले, वे नहीं चाहते कि सदन में प्रश्नकाल चले। इसके बाद उन्होंने 11 बजकर करीब 10 मिनट पर सदन की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।