दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार। रावण के संहार का जश्न मनाने का पर्व। अब कुछ घंटो का इंतजार बचा है जब रावण के पुतले में लगाई जाएगी आग और धू-धू कर जल उठेगा रावण। दशहरा शक्ती पूजा के रुप में मनाया जाने वाला ऐसा पर्व जब सत्य पर असत्य की जीत हुई और हार गया रावण का अहंकार। लेकिन आपको रावण के एनसीआर कन्क्शन के बारे में पता है। जी हां, रावण के नोएडा और मेरठ कनेक्शन के बारे में आज हम आपको बताएंगे। साथ ही आपको दर्शन कराएंगे एक ऐसे मंदिर के दर्शन की जहां रावण की पत्नी मंदोदरी पूजा के लिए आया करती थीं। मेरठ रावण की ससुराल है। आपको ये सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन ये सच है। मेरठ को रावण की ससुराल माना जाता है। रावण की पत्नी मंदोदरी मेरठ की ही रहने वाली थीं। यहां आज भी वो मंदिर मौजूद है जहां मंदोदरी पूजा के लिए जाया करती थीं। रावण की पत्नी मंदोदरी जिस मंदिर में पूजा करने जाया करती थीं। वो बिल्लेश्वर नाथ महादेव का मंदिर आज भी मेरठ में मौजूद हैं।
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