By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 27, 2016
इस्लामाबाद। क्वेटा में एक पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज पर हुए बड़े हमले के एक दिन बाद पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत और अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसियां देश के आसान ठिकानों पर हमले के लिए आतंकी संगठनों को ‘संरक्षण’ दे रही हैं और उनके ‘गठजोड़’ को तोड़ने के लिए उसने अमेरिका से मदद की मांग की। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) नसीर खान जांजुआ ने बुधवार को अमेरिकी राजदूत डेविड हाले के साथ बैठक के दौरान यह बात कही।
रिपोर्ट के मुताबिक जांजुआ ने हाले को बताया कि भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और अफगानिस्तान की नेशनल डायरेक्टर ऑफ सिक्योरटी (एनडीएस) पाकिस्तान के आसान ठिकानों पर हमले के लिए आतंकवादियों को ‘संरक्षण’ दे रही हैं। क्वेटा में पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज पर आतंकवादी हमला, आतंक-निरोधक अभियानों और सीमा पार से हमलों पर चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गयी। गौरतलब है कि सोमवार की देर रात पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के एक पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज पर हुए हमले में बहुसंख्य पुलिसकर्मियों समेत 61 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गये थे।
जांजुआ ने ‘‘अफगान खुफिया एजेंसी एनडीएस और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के संरक्षण से अभियान चलाने वाले अफगान आतंकवादियों के गठजोड़ को तोड़ने की जरूरत पर बल दिया।’’ इसके मुताबिक पाकिस्तान ने स्थिति से निपटने के लिए अमेरिका से मदद की मांग की। पाकिस्तानी एनएसए ने राजदूत को बताया कि पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज पर हमला करने वाले आतंकवादी अफगानिस्तान में बैठे अपने आका से लगातार संपर्क में थे। हाले ने क्वेटा हमले की निंदा की और अपनी संवेदनाएं जाहिर की। उन्होंने इसके लिए अमेरिकी समर्थन भी जताया।